Health Tips: आंवला, हल्दी को करें आहार में शामिल, पिएं गुनगुना पानी
Health Tips: आंवले का सेवन सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। आंवले का सेवन वर्षभर किसी न किसी रूप में किया जा सकता है। इसके अलावा मुलेठी, हल्दी, दालचिनी, अश्वगंधा, तुलसी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रोगों का नाश करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 01 Nov 2022 09:04:58 AM (IST)
Updated Date: Thu, 03 Nov 2022 09:00:46 AM (IST)
Health Tips: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बदलते मौसम में सेहत का ध्यान रखना केवल उनके लिए ही आवश्यक नहीं जो रोगी या वृद्ध हैं बल्कि हर उम्र के लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बदलते मौसम का आहार-विहार कैसा हो। आयुर्वेद विशेषज्ञ डा. सतीशचंद्र शर्मा के अनुसार आंवले का सेवन सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। आंवले का सेवन वर्षभर किसी न किसी रूप में किया जा सकता है। इसके अलावा मुलेठी, हल्दी, दालचिनी, अश्वगंधा, तुलसी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रोगों का नाश करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
दीपावली के आसपास गला खराब होना, सर्दी-जुकाम होना एक आम समस्या है। इस समस्या से बचने के लिए आवश्यक है कि तले-गले पदार्थ और मिठाइयों का सेवन कम से कम करें। दीपावली पर लक्ष्मीपूजा में धानी, खील-बताशे, सिंघाड़े, सीताफल, गन्ना और ऋतुफल चढ़ाए ही इसलिए जाता है कि पूजा के बाद उनका सेवन करें। यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इस मौसम में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि गुनगुना पानी पिएं और गुनगुने पानी से ही स्नान करें। यदि बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम हो जाए तो हल्दी की गठान को घी में सेकें और जब वह हल्की भूरे रंग की हो जाए तो उसे ठंडा कर पीस लें।
इस हल्दी चूर्ण को आधा-आधा चम्मच सुबह-रात में दूध के साथ खाएं। इसके अलावा संस्मनी वटी का सेवन भी लाभदायक होता है। एक लीटर पानी में एक चम्मच त्रीकटू चूर्ण डालकर उबाल लें और जब पानी आधा रह जाए तो उसे दिन भर में थोड़ा-थोड़ा पिएं। इससे भी लाभ होता है। हल्दी से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है इसलिए सुबह-शाम दूध के साथ आधा-आधा चम्मच हल्दी चूर्ण का सेवन करें। घृत भ्रष्ट हरिद्रा का सेवन भी सुबह-शाम दूध के साथ करना बेहतर होगा। यह सेवन तीन माह तक कर सकते हैं। इस मौसम में नाक में अणु तेल की एक-एक बूंद डालना भी लाभकारी होता है। अणु तेल नहीं हो तो तिल या सरसों का तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। जुकाम बना रहता हो तो नाक में और नाभी में तिल या सरसों का तेल लगाएं इससे आराम मिलेगा।