इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Indore News। मप्र से उत्तर प्रदेश के बीच यात्री परिवहन प्रतिबंधित होने के बाद भी इंदौर शहर के ट्रेवल्स संचालक यात्रियों को बस में बैठाकर ले जा रहे हैं। बस संचालक यात्रियों से टिकट की राशि तो मनमानी वसूल रहे है लेकिन उन्हें गंतव्य तक भी नहीं पहुंचा रहा है। इंदौर से आगरा के लिए हंस ट्रेवल्स की बस बुधवार रात में इंदौर से यात्रियों को लेकर रवाना हुई। इसमें कुछ यात्री वो भी थे जिन्हें आगरा जाना था लेकिन बस ड्राइवर व कंडक्टर ने करीब 9 से 10 यात्री जिन्हें आगरा जाना था उन्हें राजस्थान सीमा पर चंबल पुल के पास धौलपुर में गुरुवार सुबह 8.30 बजे उतार दिया और कहने लगे कि बस आगे नहीं जाएगी।
इस बस में सफर करने वाले छोटा बांगड़दा के रहने वाले शक्ति कानूनगो के मुताबिक उन्होंने पेटीएम के माध्यम से बस का आगरा तक का टिकट बुक किया था लेकिन बस आपरेटर, ड्राइवर व कंडक्टर द्वारा पहले नहीं बताया कि बस आगरा तक नहीं जाएगी। राजस्थान सीमा पर जब में 9 से 10 यात्री थे तभी बस कंडक्टर व ड्रायवर ने सभी यात्रियों को उतारकर बस आगे ले जाने से मना किया। इस पर यात्री नाराज हुए और विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। बस ड्राइवर का कहना था कि राजस्थान में लाकडाउन है इस वजह से बस आगे नहीं जा सकती है। ऐसे में उन्होंने यात्रियों को बस राजस्थान सीमा पर ही उतार दिया।
इसके कारण बस में सवार महिला, बच्चे व बुजुर्ग भी परेशान हुए। जैसे तैसे राजस्थान पुलिस के मदद से मैं ट्रक में बैठकर आगरा पहुंचा। इसी तरह अन्य यात्रियों को भी ट्रक व अन्य वाहन में बैठकर आगे का सफर करना पड़ा। शक्ति कानूनगों के मुताबिक जहां मुझे बस से आगरा 7 बजे तक पहुंचना था वहीं बस द्वारा उतारे जाने के कारण मैं 12.30 आगरा पहुचा। इस मामले में हंस ट्रेवल्स के संचालक अरुण गुप्ता से नईदुनिया के रिपोर्टर फोन पर चर्चा कर उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।