इंदौर । 'मम्मी, मैं कॉलेज के लिए लेट हो रही हूं। जल्दी नाश्ता तैयार करो। यह कहकर युवती नहाने के लिए बाथरूम में चली गई। युवती ने गीजर चालू किया और अंदर से दरवाजा लगा लिया। मां ने नाश्ता तैयार कर बेटी को आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला। मां ने थोड़ी देर बाद बाथरूम का दरवाजा खटखटाया, जब बेटी ने दरवाजा नहीं खोला तो बड़े बेटे को आवाज लगाई। बेटे ने जब किसी तरह बाथरूम का दरवाजा खोला तो युवती बाथरूम में मुंह के बल गिरी पड़ी थी। मां-बेटे तुरंत उसे निजी अस्पताल ले गए। यहां ईसीजी कराई। डॉक्टर को मामला गंभीर दिखा तो उन्होंने एमवायएच रैफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
युवती की मौत संदिग्ध हालात में होने के कारण पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है। वहीं अन्नापूर्णा टीआई का कहना है कि (शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के मुताबिक) युवती की मौत का कारण गीजर से निकलने वाली जहरीली गैस है। अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद कारण का स्पष्ट पता चल सकेगा।
अन्न्पूर्णा थाना पुलिस के मुताबिक, वैष्णव कॉलेज में इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर की छात्रा प्रियांशी (19) पिता विपुल जाविया निवासी वैशाली नगर की गुरुवार को संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। वह रोज की तरह सुबह 7 बजे कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रही थी।
मां खाना बना रही थी और घर के अन्य सदस्य बाहर जाने के लिए तैयार हो रहे थे। जब प्रियांशी देर तक बाथरूम से नहीं निकली तो दरवाजा खोला गया तो वह बेसुध हालत में मिली। उसे अस्पताल ले गए, जहां मृत घोषित कर दिया। युवती के पिता विपुल का टायर रिमोल्डिंग का धंधा है।
खतरनाक हो सकता है गैस गीजर
जानकारों के अनुसार, बाजार में दो तरह के गीजर मिलते हैं। एक इलेक्ट्रिक और दूसरा गैस गीजर। गैस गीजर में सीएनजी या एलपीजी गैस का इस्तेमाल होता है। खर्च के हिसाब से यह इलेक्ट्रिक गीजर से सस्ता पड़ता है, इसलिए अक्सर लोग पैसा बचाने के चक्कर में इसे लगवा लेते हैं। अगर संभव हो तो गैस गीजर को बाथरूम से बाहर लगवाएं क्योंकि इससे जान का खतरा होता है।
गैस गीजर से पैदा होने वाली आग के कारण ऑक्सीजन की खपत अधिक होती है और कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। इससे कार्बन मोनो ऑक्साइड भी बनती है और ऑक्सीजन कम होते जाती है। यह रंगहीन व गंधहीन गैस होने के साथ-साथ जहरीली भी होती है। यही मौत का कारण बन जाती है।
बिना रोशनदान वाले बाथरूम में गैस गीजर से निकलने वाली गैस के कारण खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। इससे शरीर के लगभग सभी अंग प्रभावित होने लगते हैं। दिल तथा दिमाग को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन न मिलने के कारण प्रियांशी बेहोशी की हालात में चली गई होगी।
कम हवादार कमरों में रसोई गैस या ऐसे बाथरूम में गैस गीजर के उपयोग से मिर्गी, हार्ट अटैक जैसे कई गंभीर रोग की आशंका बढ़ जाती है। खासतौर पर बुजुर्गों के लिए ऐसे गैस गीजर काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।