Indore News: नंबर-1 शहर के नगर निगम कार्यालयों के सामने फैला पड़ा कचरा
Indore News: स्वच्छ भारत मिशन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Wed, 10 May 2023 09:42:59 AM (IST)
Updated Date: Wed, 10 May 2023 09:42:59 AM (IST)
Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। स्वच्छता में लगातार छह वर्षों से नंबर-1 शहर के नगर निगम झोन और अन्य कार्यालयों के सामने ही कचरा बिखरा पड़ा है। ऐसे में स्वच्छ भारत मिशन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं, जबकि शहर में सफाई पर ही ‘लोकधन’ के लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके बाद भी बीच शहर में स्थित पालिका प्लाजा परिसर में कचरा फैला पड़ा हुआ है। नगर निगम के झोन 15 के सामने भी कई दिनों से कचरा और गंदगी फैली पड़ी है।
जानकारी के अनुसार, सफाई के लिए नगर निगम का अमला सुबह छह बजे से मैदान में उतर जाता है। इसके बाद भी शहर के बीचों-बीच स्थित पालिका प्लाजा परिसर में कई दिनों से कचरे का ढेर लगा हुआ है। नगर निगम का सफाई अमला तो नहीं बल्कि कचरा बिनने वाले लोग इसमें से जरूरी चीजें बिनते रहते हैं। वहीं इसी में स्थित गीले कचरे नगर निगम बिजली बनाता है और सूखे कचरे का इस्तेमाल अन्य कार्यों में करता है, जिससे नगर निगम को आय (राजस्व) भी प्राप्त होता है। इसके बाद भी नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
उधर, नगर निगम के झोन क्रमांक 15 द्रविड़ नगर के सामने स्थित रणजीत हनुमान मंदिर के पीछे स्थित गली में ढेरों कचरा और गंदगी फैली पड़ी है। निगम झोन के सामने होने के बाद भी यहां सफाई नहीं हो रही है। इससे ऐसा लगता है कि जब नगर निगम अपने कार्यालयों के सामने से ही कचरा नहीं उठवा तो शहर में कैसे सफाई करेगा।
कचरा उठाने का निगम लेता है भरपूर टैक्स
कचरे से सिर्फ नगर निगम को कमाई ही नहीं होती, बल्कि शहर से कचरा उठाने अर्थात सफाई के लिए नगर निगम भरपूर टैक्स भी लेता है। इसके लिए घरों का शुल्क अलग है और व्यावसायिक प्रतिष्ठान अर्थात दुकानों से 300 रुपये तक मासिक शुल्क लेता है। इसके बाद भी इस प्रकार शहर में फैला कचरा क्या इशारा कर रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि स्वच्छता के नाम पर ‘लोकधन’ बर्बाद किया जा रहा है।
बदबू से फैल सकती है बीमारियां
कचरे का ढेर लगा रहने से बदबू फैल रही है। इसमें बैक्टिरिया और मच्छर भी पैदा हो जाते हैं, जिनसे मलेरिया, डेंगू और अन्य कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती है, लेकिन इसके बाद भी नगर निगम को शहरवासियों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। पालिका प्लाजा स्थित कार्यालय में पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर में प्रधानमंत्री आवास योजना का दफ्तर है।
इसमें बैठने वाले सुपरिटेंडेंट इंजीनियर महेश शर्मा ही स्वच्छ भारत मिशन के भी सुपरिटेंडेंट इंजीनियर है। क्या उन्हें परिसर में फैला कचरा और गंदगी दिखाई नहीं देती। जब स्वच्छ भारत मिशन के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ही सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो कौन देगा।