DAVV Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब विद्यार्थी एक समय में दोहरी डिग्री हासिल कर सकेंगे। शैक्षणिक कार्यक्रमों में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टीफिकेट पाठ्यक्रम शामिल होंगे। जहां एक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राओं को नियमित प्रवेश लेना होगा, जिसमें वह कक्षाओं में उपस्थित होकर पढ़ाई कर सकते है। जबकि दूसरा पाठ्यक्रम उन्हें आनलाइन व दूरस्थ शिक्षा संस्थानों से करने की छूट होगी।
अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने देशभर के विश्वविद्यालय और दूरस्थ शिक्षा संस्थानों को निर्देश जारी कर दिए हैं। यूजीसी से पत्र मिलने के बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने इसे लेकर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। हालांकि दोहरी डिग्री पाठ्यक्रम के संबंध में नियम बनाने की बात कही है।
कई डिप्लोमा कोर्स होंगे शुरू
नैक ए प्लास ग्रेड प्राप्त देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा संस्थान है। इसमें अभी मात्र एमबीए, ऊर्जा प्रबंधन में पाठ्यक्रम संचालित होते हैं जबकि प्रबंधन से जुड़े कई क्षेत्रों में डिप्लोमा और बीए, बीकाम और एमए जैसे पाठ्यक्रम को दूरस्थ शिक्षा में शुरू करने के लिए दो साल पहले मंजूरी मिल चुकी है।
विश्वविद्यालय इन्हें भी जल्द शुरू करने पर विचार कर रहा है। यूजीसी के स्वयं पोर्टल पर संचालित आनलाइन पाठ्यक्रम से भी डीएवीवी जुड़ा है। अभी तक चालीस से ज्यादा प्रमाणपत्र कोर्स बनाकर अपलोड कर चुका है। वहीं दीनदयाल उपाध्याय केंद्र से लैंडस्कैपिंग, आंतरिक सज्जा, कार्गो प्रबंधन, पोषण आहार सहित अन्य पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
चर्चा के बाद करेंगे लागू
दोहरी डिग्री कार्यक्रम को लेकर विश्वविद्यालय तैयार है। जल्द ही कार्यपरिषद में इस मुद्दे को रखा जाएगा। सदस्यों से चर्चा के बाद अगले सत्र तक कार्यक्रम को लागू करेंगे। वैसे विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा में कई नए पाठ्यक्रम संचालित करने पर विचार कर रहा है। जल्द ही आनलाइन एमबीए में भी प्रवेश देंगे।
-अनिल शर्मा, प्रभारी कुलसचिव देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर