
DAVV Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के गर्ल्स होस्टल की अव्यवस्थाओं और छात्राओं व चीफ वार्डन के बीच विवाद की जांच धीमी हो गई है। सात दिन पहले हुए विवाद में समिति की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। अब सदस्यों ने होस्टल का निरीक्षण करने का फैसला लिया है। जहां पीने के पानी और मेस संचालन के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। होस्टल वार्डन के बयान भी दर्ज होंगे। उसके बाद समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। अधिकारियों के मुताबिक, सदस्यों को दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट बनाकर कुलपति डा. रेणु जैन को देना है।
दूषित पानी से बीमार पड़ रही पंडित रमाबाई गर्ल्स होस्टल की छात्राओं ने कुछ दिन पहले चीफ वार्डन कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। यहां पर चीफ वार्डन डा. नम्रता शर्मा का छात्राओं से विवाद हुआ। गंभीर आरोप लगाते हुए छात्राओं ने चीफ वार्डन पर झूमाझटकी करने की बात कही थी। वहीं, चीफ वार्डन ने छात्राओं पर धक्का देने का आरोप लगाया था। मामले में कुलपति ने चार सदस्य समिति बनाकर जांच करने के निर्देश दिए थे। डा. प्रतिभा शर्मा, डा. अर्चना रांका, डा. प्रीति सिंह और डा. गोविंद माहेश्वरी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
बीते शुक्रवार समिति सदस्यों ने दोनों पक्षों के लिखित में बयान दर्ज किए थे। छात्राओं की तरफ से एबीवीपी की छात्रनेता कामख्या गौड़, रिया चौहान और वृंदा व्यास ने झूमाझटकी करने का आरोप लगाया। इसे लेकर सदस्यों के सामने एक वीडियो भी प्रस्तुत किया है। वहीं, चीफ वार्डन ने आरोपों को गलत बताया और कहा कि चर्चा के दौरान कुछ छात्राओं मुझे पीछे से धक्का दिया था। सूत्रों के मुताबिक, समिति की एक महिला सदस्य छुट्टी पर है। इस वजह से होस्टल का निरीक्षण नहीं हुआ है। बयान दर्ज करने के बाद आगे की जांच ठहर गई है। छात्र कल्याण संघ के अध्यक्ष डा. एलके त्रिपाठी का कहना है कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है। होस्टल का निरीक्षण और वार्डन से चर्चा होना बाकी है। उसके बाद समिति अपनी रिपोर्ट देगी।