नर्मदा का पानी इंदौर लाने पर हर साल 250 करोड़ बिजली बिल भर रहा निगम
सोलर प्लांट लगा 30 फीसद बिजली का बोझ कम करने की योजना लेकिन अब तक जमीन ही नहीं मिली।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 25 Jan 2022 01:00:48 PM (IST)
Updated Date: Tue, 25 Jan 2022 01:00:48 PM (IST)
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जलूद से नर्मदा का पानी इंदौर लाने पर हर साल बिजली के बिल पर नगर निगम द्वारा 250 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है। नगर निगम द्वारा पिछले दो साल से स्मार्ट सिटी कंपनी के माध्यम से बिजली बिल के खर्च करने के लिए योजना बनाई जा रही है लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं हो सका है। स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा जलदू के बाद जलूद के पास सांगवी व समराज गांव के बीच 400 एकड़ जमीन पर सोलर पावर प्लांट बनाने की योजना है। यहां सौर ऊर्जा से तैयार होने वाली बिजली से नर्मदा प्राेजेक्ट की बिजली का खर्च कम करने की योजना है।
हालांकि अभी तक यह जमीन स्मार्ट सिटी कंपनी को नहीं मिल सकी है। इस वजह से यहां पर सोलर पावर प्लांट बनाने की योजना कागजों पर ही सीमित है। स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा जलूद के पास खरगोन जिले की इस जमीन पर 500 करोड़ रुपये खर्च कर 100 मेगावाट बिजली के उत्पादन की योजना है। सोलर पावर प्लांट से बनने वाली बिजली से वर्तमान में नर्मदा प्रोजेक्ट पर जो बिजली का खर्च आता है उसमें 30 फीसद कमी आएगी। निगम सोलर पावर प्लांट से तैयार होने वाली विद्युत को बिजली कंपनी को देगा। इस तरह निगम के बिजली बिल का बोझ कम हो सकेगा।
अभी हर माह 18 से 19 करोड़ रुपये का आता है खर्च
नर्मदा प्रोजेक्ट के तहत जलूद से पानी का वाचू पाइंट की ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए पंपो का इस्तेमाल किया जाता है। इन पंपों के संचालन में उपयोग होने वाली बिजली के बिल का प्रतिमाह का खर्च 18 से 19 करोड़ रुपये आता है। इस तरह निगम अभी एक साल में करीब 250 करोड़ रुपये बिजली के बिल पर खर्च कर रहा है।
शासन से जमीन मिलने के बाद ही तैयार होगा साेलर पावर प्लांट
जलूद के पास सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए हमारा प्रोजेक्ट तैयार है लेकिन अभी तक हमें जमीन नहीं मिल पाई है। जैसे ही हमें शासन से जमीन मिलेगी, हम वहां पर सोलर पावर प्लांट तैयार करेंगे।
- ऋषव गुप्ता, सीइओ स्मार्ट सिटी कंपनी