इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)।Coronavirus in Indore : गुरुवार सुबह एक निजी चिकित्सक और साउथ तोड़ा निवासी 44 साल के व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई। रूपराम नगर निवासी डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी का कॉलोनी में क्लीनिक था। यह अपने घर पर भी मरीजों को देखते थे। माना जा रहा है कि वे घर पर मरीजों को देखने के दौरान ही यह किसी मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुए होंगे। डॉक्टर के साथ शहर में एक अन्य मरीज की मौत के बाद मरने वालों का आंकड़ा 23 हो गया है। मौत से कुछ दिन पहले ही डॉक्टर पंजवानी ने एक वीडियो वायरल किया था जिसमें उन्होंने खुद के स्वस्थ होने की बात कही थी।
दूसरों के अमूल्य जीवन की रक्षा और #COVID19 के विरुद्ध युद्ध लड़ते हुए बलिदान हो जाने वाले डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी जी की आत्मा की शांति के लिए हम सब प्रदेशवासी ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना करते हैैं।
आप जैसे महामानव को कभी भुलाया न जा सकेगा।
विनम्र श्रद्धांजलि! 🙏🏾 pic.twitter.com/VqTzT2MZVI
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 9, 2020
कुछ दिनों पहले बात को लेकर चर्चा भी चली थी जिसके बाद उन्होंने खुद पत्नी के साथ बैठकर एक वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने कोरोना पॉजिटिव होने की खबर का खंडन किया था। उन्हें 5 अप्रैल को लगभग 1 बजे सीएचएल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना संक्रमण से मृत डॉ. पंजवानी ने 6 दिन पहले वीडियो जारी कर कहा था कि मैं बिलकुल स्वस्थ, स्वच्छ हूं और घर में परिवार के साथ बैठा हूं। मुझे कोई बीमारी नहीं है। मुझे बीमार बताने वाले जो भी वीडियो सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे हैं, वे गलत हैं और मुझे बदनाम करने की साजिश है। उस पर ध्यान न दें। वे गलत हैं। मुझे कोई परेशानी नहीं है। मैं घर में आराम से बैठा हूं।
8 अप्रैल को कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें अरविंदो हास्पिटल इंदौर में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान 9 अप्रैल सुबह 4 .30 बजे शत्रुघ्न पंजवानी की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज इंदौर से प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी 62 वर्ष के थे। आठ अप्रैल को इन्हें सैम्स इंदौर में भेजा गया था। गुरुवार को हुई 2 मौत के बाद इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 23 हो चुकी है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से देखा पिता का शव
मृतक डॉक्टर के तीनों बेटे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। पिता की मौत की जानकारी होने के बाद उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग से पिता के शव को देखा। दूर से वीडियो बनाए जाने के कारण वे अंतिम समय में उनका चेहरा भी देख नहीं सके। अस्पताल में शव को सुरक्षित रखते हुए पैकिंग की गई। इस समय वीडियो से उन्हें अंतिम दर्शन कराए गए।
डॉक्टरों से सुरक्षित रहने की की अपील
इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ. संजय लोंढे ने सभी डॉक्टरों से एहतियात बरतते हुए सुरक्षित तरीके से मरीजों को देखने की अपील की है। साथ ही उन्होंने एसोसिएशन के सदस्य डॉक्टर की मौत पर शोक संवेदना जताई है।
उधर, डॉक्टर की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मवीर योद्घा को नमन। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार से उन्हें शहीद का दर्जा देते हुए परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की मांग की है।