नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर (12th Supplementary Result)। एमपी बोर्ड और सीबीएसई ने 12वीं सप्लीमेंट्री परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं किया है। इसके चलते विद्यार्थी स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने से कतार रहे है। यही वजह है कि कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) का दूसरा चरण भी खत्म होने वाला है।
बावजूद इसके बीए, बीकॉम, बीएससी सहित अन्य स्नातक पाठ्यक्रम की 35 फीसद सीटें रिक्त हैं। अब इन्हें भरने के लिए कॉलेजों ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग उठाई है कि रिजल्ट के इंतजार में सैकड़ों विद्यार्थियों ने आवेदन नहीं किया है।
इसलिए प्रवेश प्रक्रिया से वंचित विद्यार्थियों को एक और मौका दिया जाएगा। फिलहाल इस संबंध में विभाग की तरफ से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। बीए, बीकॉम, बीएससी, एमएससी, एमए, एमकॉम सहित पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीएलसी का दूसरा चरण 18 जुलाई से शुरू हुआ।
27 जुलाई शनिवार को आवंटन सूची आई, जिसमें अधिकांश विद्यार्थियों को कॉलेजों में प्रवेश मिल गया। 31 जुलाई तक फीस जमा करना है। मगर उसके बावजूद बीए, बीबीए, बीसीए और बीकॉम की सीटें खाली हैं। खासकर निजी कॉलेजों में अलाटमेंट के बाद भी विद्यार्थी प्रवेश में इसलिए रूचि नहीं दिखा रहे है, क्योंकि सीयूईटी यूजी का रिजल्ट देरी से आया है।
यहां तक कि 12वीं पूरक परीक्षा का रिजल्ट भी आना बाकी है। इस वजह से विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले रहे है। शिक्षाविद् डॉ. आशीष तिवारी का कहना है कि यूजी में 35 प्रतिशत सीटें खाली है। सीयूईटी और पूरक परीक्षा में देरी की वजह से पंजीयन नहीं करवाया है।
इन्हें आवेदन के लिए एक और मौका दिया जाना चाहिए। शिक्षाविद् डॉ. अनस इकबाल का कहना कि कॉलेजों में सीएलसी अतिरिक्त चरण के लिए उच्च शिक्षा विभाग से गुहार लगाई है। वे बताते है कि विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार तक फैसला लेने की बात कहीं है।