लसूड़िया थाना में उलझे प्रधान आरक्षक, एसपी ने किया निलंबित
थाने के वाट्सएप ग्रुप के स्क्रीन शाट्स सार्वजनिक होने के बाद एसपी ने दिखाई सख्ती। शराब तस्कर को छोड़ने के विवाद के बाद 'शुभ-लाभ।
By gajendra.nagar
Edited By: gajendra.nagar
Publish Date: Thu, 27 May 2021 08:46:25 AM (IST)
Updated Date: Thu, 27 May 2021 08:46:25 AM (IST)
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। लसूड़िया थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक सुबेदार सिंह परिहार और कुलदीप सिंह भदौरिया शराब तस्कर को छोड़ने को लेकर उलझ गए। थाना के वाट्सएप ग्रुप 'पीएस लसूड़िया" पर ही जमकर कहासुनी हुई और 'शुभ-लाभ" की चर्चा पूरे शहर में फैल गई। इस पर एसपी(पूर्वी) आशुतोष बागरी ने बुधवार शाम दोनों को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया।
वाकया सोमवार दोपहर करीब सवा तीन बजे की है। हेड मोहर्रिर सुबेदार ने ग्रुप पर एक मैसेज पोस्ट किया कि प्रधान आरक्षक कुलदीप सिंह दादागिरी करते है। आरक्षक राजबीर सिंह बीट-78 से शराब पकड़ कर लाया है। संतरी उपदेश तोमर तलाशी लेकर सामान जब्ती में ले रहे थे कि कुलदीप छुड़वाने आ गया। वह जब्ती के रुपये में हेराफेरी का आरोप लगाने की धमकी दे रहा है। सुबेदार ने यह भी लिखा कि मैं परेशान हो गया और नौकरी करने में असमर्थ हूं। इसके तत्काल बाद कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह यादव ने लिखा ऐसी बातें ग्रुप पर न करें। सुबेदार ने कहा मैं इस मुद्दे को ऊपर तक ले जाऊंगा। एसआइ गौरव तिवारी ने भी समझाया, लेकिन बात नहीं बनी। इस वार्तालाप के स्क्रीन शाट्स इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गए और थाने के बारे में चर्चा होने लगी। एसपी ने टीआइ इंद्रमणि पटेल से जानकारी मांगी और दोनों को गोपनीयता भंग करने के आरोप में निलंबित कर दिया।
पुलिसकर्मियों का आरोप है कि सिपाही सुरेंद्र सिंह यादव झगड़े की जड़ है। उसने पूरा थाना हाईजैक कर लिया है। ढाबा, होटल, शराब व ट्रांसपोर्ट संचालकों के साथ डीजल चोरों से बंदी वसूलता है। सुरेंद्र पर फर्जी कमांडेंट बनकर पुलिसकर्मियों को धमकाने का भी आरोप है।