सेना और बीएसएफ के फर्जी अफसर बनकर 70 लोगों से 20 लाख रुपये ठगे... आठ महीने में हुई शिकायतों की जांच में जुटी इंदौर क्राइम ब्रांच
इंदौर पुलिस के अधिकारियों के अनुसार अब पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा, झारखंड के जालसाज अनेक राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे बदमाश लोगों से ऑनलाइन राशि लेकर सामान भिजवाने का झांसा देते हैं। समय पर पुलिस को शिकायत मिलने पर प्रभावी कार्रवाई संभव है।
By Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Thu, 15 Aug 2024 07:55:39 AM (IST)
Updated Date: Thu, 15 Aug 2024 08:20:10 AM (IST)
इंदौर पुलिस की अपराध शाखा जालजासों के खातों, नंबरों और यूपीआइ की जांच में जुटी है। - सांकेतिक चित्र HighLights
- फर्जी बैंक खातों में जमा करवाए गए रुपये।
- आसानी से आ जाते हैं लोग ठगों के झांसे में।
- समय पर शिकायत तो कार्रवाई संभव है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। साइबर ठग अब सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के फर्जी अफसर बनकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा, झारखंड के जालसाज पिछले आठ महीने में 70 लोगों से 20 लाख से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं। अपराध शाखा जालजासों के खातों, नंबरों और यूपीआइ की जांच में जुटी है।
आम लोग हो जाते हैं शिकार
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक आरोपित सैन्य अफसरों की वर्दी में प्रोफाइल बना लेते हैं। इससे आम लोग आसानी से धोखा खा जाते हैं। आरोपित ओएलएक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हैं। तबादला होने का कहकर सस्ता सामान (टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन, कार और बाइक) बेचने का झांसा देते हैं।
ऑनलाइन राशि लेकर सामान भिजवाने का झांसा
आरोपित लोगों से ऑनलाइन राशि लेकर सामान भिजवाने का झांसा देते हैं। सैन्यकर्मी होने के कारण लोग उन पर विश्वास कर लेते हैं। एडीसीपी के मुताबिक इसी वर्ष 70 शिकायतें दर्ज की हैं। उनमें आरोपितों द्वारा 20 लाख 56 हजार रुपये
ठगे गए हैं। वक्त पर शिकायत करने पर 40 प्रतिशत राशि पुलिस ने बचा ली है।
आम लोग अफसरों का जिक्र करने पर आसानी से ठगों के झांसे में आ जाते हैं। वे लोगों को सस्ते सामान का प्रलोभन देते हैं। लोगों को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहना चाहिये।- राजेश दंडोतिया, एडिशनल डीसीपी (अपराध)
ऐसे ठगे गए लोग
- क्लीनिक संचालक मनीष को फोर्स के स्टाफ की लिस्ट भेजी और कहा कि खून की जांच करवानी है। ठग ने टेस्ट की फीस जमा करवाने के लिए ई-वालेट से पेमेंट प्रोसेस करवाते हुए 30 हजार रुपये ठग लिए।
- फरियादी सुनीत (व्यवसायी) से आरोपितों ने कहा कि उन्हें डामर केमिकल की आवश्यकता है। आर्डर बुक करते समय झांसेबाजी की और पांच लाख 60 हजार रुपये की ठगी कर ली।
- आवेदक अमित निवासी इंदौर को एक डमी मैसेज भेजकर ठग ने कहा कि मैं आर्मी का अधिकारी बोल रहा हूं। मैं किसी परिचित को पैसे भेज रहा था, गलती से आपको सेंड हो गए हैं। मेरी पोस्टिंग ऐसी जगह है कि मैं ज्यादा देर रुक नहीं सकता हूं। आप अपने इनबाॅक्स में पेमेंट का मैसेज देख लीजिए और मेरे पैसे लौटा दीजिए। आवेदक ने जल्दबाजी में बैंक अकाउंट में चेक न करते हुए ठग द्वारा किए फर्जी मैसेज पर भरोसा कर 99 हजार रुपये ठग को भेज दिए।