उल्लेखनीय है कि नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के मार्गदर्शन में राज्य नगर नियोजन संस्थान व नगर निगम के माध्यम से मास्टर प्लान 2021 के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अब जोनल प्लान बनाया जा रहा है। मास्टर प्लान में इंदौर को 11 सेक्टर में बांटा गया है। इसमें से छठे व सातवें सेक्टर को शामिल कर जोनल प्लान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्ष 2008 के बाद पहली बार इंदौर में जोनल प्लान बना है।
वर्तमान में शहर के जिस हिस्से का जोनल प्लान तैयार किया गया है, वह वर्ष 2035 तक इस क्षेत्र में नौ लाख आबादी के आकलन के आधार बनाया गया है। इसमें निगम के 16 वार्ड शामिल किए गए हैं। इसके लिए वालनकुलम, कोयंबटूर, के नगरीय निकाय में विकसित ऐसे जोन का अध्ययन किया है। मैनहटन के सेंट्रल पार्क और कोलकाता के इको पार्क की केस स्टडी के आधार पर इन तालाबों पर ‘इको सेंसिटिविटी जोन’ विकसित करेंगे।
जोनल प्लान में निर्धारित क्षेत्र
रहवासी - 2944 हेक्टेयर
व्यवसायिक - 135 हेक्टेयर
पब्लिक व सेमी पब्लिक -1034 हेक्टेयर
औद्योगिक - 190 हेक्टेयर
सड़क - 625 हेक्टेयर
शहरी हरित क्षेत्र - 2274 हेक्टेयर
जलाशय - 462 हेक्टेयर
रेलवे - 42 हेक्टेयर
आरआरकैट का रिजर्व लैंड - 562 हेक्टेयर
भूमि विकास की संभावना - 4366 हेक्टेयर
इन समस्याओं का करना होगा आकलन
* कलेक्टर तिराहे से रेलवे स्टेशन
*यातायात का सड़क पर दबाव, गलियों में वाहनों की पार्किंग के कारण यातायात बाधित होता है।
*पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ व अन्य सुविधाओं की कमी
भंवरकुआं क्षेत्र
-नान मोटर ट्रांसपोर्ट की कमी और युवाओं की आवाजाही के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं
- इस क्षेत्र में लगातार शैक्षणिक संस्थानों की बढ़ोतरी
- क्षेत्र मे होस्टल का तेजी से विकास
लिम्बोदी क्षेत्र
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधाओं का अभाव
- सार्वजनिक स्थान, मनोरंजन क्षेत्र की कमी
आइटी चौराहे से तेजाजी नगर चौराहा
-सड़क व गलियां तय मापदंड के अनुरूप नहीं, रात में दुर्घटनाओं का खतरा
-बिलावली तालाब पर अतिक्रमण व अनुपयोगी जमीन पर सार्वजनिक क्षेत्र की जमीन का उपयोग नहीं
चाणक्यपुरी चौराहे से महू नाका
- अन्नपूर्णा रोड पर वाहनों के कारण यातायात बाधित होता है।
- पैदल चलने वालो के लिए फुटपाथ व अन्य सुविधा नहीं
फूटी कोठी चौराहे से गोपुर चौराहा
- सर्विस रोड पर वाहनों की पार्किग व दुकानदार भी रखते हैं सामान
आरआरकैट चौराहे से फूटी कोठी
-आरआरकैट रोड पर ठेले वालों का अतिक्रमण व सड़क पर वाहनों की पार्किंग
- रहवासी क्षेत्र की अंदरूनी सड़के काफी संकरी हैं।
- सिरपुर तालाब के कैचमेंट एरिया पर अतिक्रमण है। खुली भूमि व मनोरंजन जोन की कमी।
बिजलपुर-सिलिकान सिटी क्षेत्र
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी
- अनियोजित व्यावसायिक क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र व मनोरंजन क्षेत्र की कमी
यहां तैयार हो सकता है इको सेंसटिविटी जोन
- सिरपुर तालाब
-पाला डैम
-पीपल्यापाला तालाब
-बिलावली तालाब
ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण
- हवा बंगला
- फूटी कोठी
- अन्नपूर्णा मंदिर
- अन्नपूर्णा तालाब
इको टूरिज्म के लिए करने होंगे बदलाव
- फिटनेस एरिया
- ओपन जिम
- बैठने के लिए कुर्सियां
- स्केट पार्क
- ड्राइव इन थिएटर
- कैम्पिंग एंड फिशिंग एरिया
- इको रिसार्ट
- बोटिंग
- साइकिल ट्रैक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्थान
प्रस्ताव कर रहे तैयार
शहर का जोनल प्लान मास्टर प्लान के बेहतर क्रियान्वयन के लिए काफी महत्वपूर्ण टूल है। इससे शहर का विस्तार बेहतर नियोजित तरीके से किया जा सकता है। इसमें मास्टर प्लान के कई ऐसे बिंदुओं पर प्रकाश डाला जाता है, जिन पर चर्चा नहीं होती है। वर्तमान में जोनल प्लान का जो प्रारूप तैयार किया जा रहा है, उसमें क्षेत्र विशेष की समस्याओं का आकलन उनके सुधार प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं।
-सारंग गुप्ता, सहायक संचालक, नगर एवं ग्राम निवेश