Bijli Company: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रविवार रात चली तेज हवा के चलते शहरभर में पेड़ गिरने की खबरें आई थी। शहर के बड़े हिस्से में बिजली गुल हुई थी और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने सोमवार सुबह तक सुधार पूरा करने का दावा भी किया था। हालांकि, दावे की पोल लोगों के गुस्से ने खोल दी। विजय नगर, अरण्य नगर, स्कीम 78 से जुड़े आसपास के हिस्से में सोमवार को दिनभर बिजली गुल होती रही। नंदानगर, मालवा मिल और बजरंग नगर, रेसकोर्स, रुस्तम का बगीचा क्षेत्र में रात को दोबारा बिजली गुल हो गई। इसके बाद भड़के रहवासियों ने आधी रात को बिजली कंपनी का जोन दफ्तर ही घेर लिया। वहां बिजली कर्मचारियों ने खुद अपनी पीड़ा सुना दी।
सोमवार आधी रात को क्षेत्रीय रहवासी बिजली कंपनी के दफ्तर पहुंचे। रुस्तम का बगीचा, नंदानगर, बजरंग नगर, रेसकोर्स रोड, मालवा मिल जोन पर रहवासियों ने बार-बार बिजली जाने और सुनवाई नहीं होने की शिकायत की। इस बीच कुछ रहवासियों ने वहां मौजूद कर्मचारियों पर आक्रोशित होकर धक्कामुक्की की कोशिश भी की। मौके पर पुलिस भी पहुंची।
जोन के कर्मचारियों ने कहा कि जोन स्तर का सुधार कार्य हो चुका है। बड़ी लाइन का सुधार और रखरखाव हाईटेंशन (एचटी) सेक्शन के जिम्मे होता है। वहीं से आपूर्ति बंद है। इस पर कुछ रहवासियों ने एचटी के अधिकारियों को फोन लगाया। हालांकि, उन्होंने सुधार करने से इनकार कर दिया। इस बीच कुछ कर्मचारियों ने रहवासियों के सामने ही पीड़ा बता दी कि कंपनी से पर्याप्त मात्रा में सुधार के लिए पुर्जे जैसे कटआउट, केबल, फ्यूज आदि नहीं मिल रहे। ऐसे में वे कर्मचारी सुधार भी अपने बूते पर जुगाड़ से कर रहे हैं।
बिजली कंपनी ने बीते दिनों शहर में एचटी के इंजीनियरों को इधर-उधर कर दिया। ऐन मानसून के पहले और मेंटेनेंस के चरण में हुए बदलाव का असर यह हुआ कि क्षेत्र की स्थिति और लाइनों से अपरिचित इंजीनियर न तो फाल्ट समझ पा रहे हैं न समय पर ठीक करवा पा रहे हैं। सबकुछ लाइन कर्मचारियों के भरोसे हैं। ऐसे में जोन की एलटी टीम को भी एचटी टीम का काम करना पड़ रहा है। नतीजा सुधार कार्य में देरी हो रही है। सोमवार रात फिर ऐसी ही स्थिति बनी। एचटी ने सुधार से इनकार किया तो जोन पर एलटी की टीम मैदान में दौड़ी। रात दो बजे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।