इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में शुक्रवार से एंजियोप्लास्टी शुरू हो गई। 60 वर्षीय महिला को 6 दिसंबर को हार्ट अटैक आया था। वह एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रही थी। शुक्रवार को सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसकी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की। उसे एक स्टैंट लगाया गया। अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारकों के लिए इलाज पूरी तरह से निशुल्क है जबकि अन्य लोगों को भी इन सुविधाओं के लिए केंद्रीय शासन चिकित्सा योजना (सीजीएचएस) के तहत निर्धारित शुल्क ही देना होगा।
गौरतलब है कि सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल महीनों पहले तैयार हो चुका था, लेकिन महामारी की वजह से इसे कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत कर दिया गया था। जून की शुरुआत में कोरोना संक्रमित के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद से ही अस्पताल में अन्य बीमारियों का इलाज शुरू करने की कवायद शुरू हो गई थी। कुछ दिन पहले ही अस्पताल में डायलिसिस यूनिट शुरू हुआ है। शुक्रवार से सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में एंजियोप्लास्टी भी शुरू हो गई।
आयुष्मान कार्डधारकों का मुफ्त होगा इलाज
अस्पताल की कार्डियोलॉजी विभाग प्रमुख डॉ.एडी भटनागर ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग में मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी सहित अन्य सुविधाएं आयुष्मान कार्डधारियों को मुफ्त मिलेगी। जिन मरीजों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं उन्हें भी यह केंद्र शासन द्वारा निर्धारित दरों पर ही मिलेगी। यह बाजार से बहुत कम होगी। डॉ.भटनागर ने बताया कि सुविधा शुरू होने के बाद मरीजों के स्वजन जानकारी लेने आ रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यहां ज्यादा संख्या में आपरेशन होने लगेंगे।
शुरू होगा न्यूरोलॉजी विभाग, हो सकेगा दिमाग का इलाज
सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि अस्पताल में न्यूरोलॉजी विभाग भी शुरू होने वाला है। शुक्रवार को संस्था पर पीड़ाहर की तरफ से अस्पताल को एक ईईजी मशीन मिली है। इस मशीन की मदद से दिमाग की तरंगों की जांच की जा सकती है। कोमा में गए मरीज, मिर्गी के मरीजों और किसी मरीज के ब्रेनडेड होने की स्थिति में इस मशीन की मदद से उसके दिमाग की तरंगों की जांच आसानी से की जा सकेगी। शुक्रवार को संस्था के राधेश्याम साबू ने यह मशीन अस्पताल को सौंपी।