क्राइम ब्रांच व सीबीआई का फर्जी अधिकारी बनकर 4 लाख की ठगी... इटारसी की इंजीनियर युवती को वीडियो कॉल पर धमकाया
पुलिस के अनुसार ठगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती को धमकी दी कि वह मादक पदार्थों की तस्करी में संदिग्ध है। इसके बाद बैंक खातों के सत्यापन के नाम पर युवती के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने ऐसे मामलों को लेकर लोगों को सतर्क रहने की समझाइश दी है।
By Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Thu, 01 Aug 2024 08:34:22 AM (IST)
Updated Date: Thu, 01 Aug 2024 08:34:22 AM (IST)
ठगों ने युवती को चार घंटे तक वीडियो काॅल पर धमकाया। - सांकेतिक चित्र। HighLights
- पुलिस के अनुसार साॅफ्टवेयर इंजीनियर युवती ठगी की शिकार।
- ठगों ने युवती को धमकी देकर खातों में रकम ट्रांसफर करवाई।
- पुलिस ने लोगों को साइबर अपराधों के बारे में किया सचेत।
नईदुनिया प्रतिनिधि, नर्मदापुरम। साइबर सेल ने एक साॅफ्टवेयर इंजीनियर युवती से चार लाख रुपये की ठगी के मामले में जांच शुरू कर दी है। यह घटना 26 जुलाई की बताई गई है। इस वारदात का कनेक्शन उप्र से जुड़ रहा है, चूंकि उप्र के कुछ बैंक खातों में ठगबाजों ने रकम ट्रांसफर कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। शिकायत के अनुसार इटारसी निवासी युवती को दिल्ली क्राइम ब्रांच और सीबीआई का फर्जी अधिकारी बनकर धमकाया गया, उसे चार घंटे तक वीडियो काॅल पर धमकाते हुए रकम खातों में डालने को मजबूर किया गया।
- पुलिस के अनुसार साइबर सेल ने संदिग्ध खातों को बंद करा दिया है।
- साइबर ठगों ने वीडियो काॅल कर खुद को सीबीआई का अफसर बताया था।
- साइबर ठगों ने युवती को मादक पदार्थों की तस्करी में संदिग्ध बताया गया।
- ठगों द्वारा बैंक खाता सत्यापित करने के नाम पर युवती से रकम हड़पी गई।
पहले भी आते रहे हैं इस तरह के फर्जी कॉल
इससे पहले भी लोगों के पास इस तरह के फर्जी काॅल आ रहे हैं, जिसमें आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जानकारी देकर आनलाइन पार्सल जांच में विदेशी मादक पदार्थ मिलने, सीबीआई या कस्टम जांच में फसाने के नाम पर धमकाया जाता है, कई बार परिवार को भी फंसाने की धमकी दी जाती है।
उप्र के किसी बैंक शाखा में रकम जाने की जानकारी मिलने पर खाते को बंद कराया गया है।
डाॅ. गुरकरन सिंह, पुलिस अधीक्षक
इस तरह की घटनाओं पर पुलिस ने कहा कि वीडियो काॅल पर देश की कोई भी जांच एजेंसी जांच नहीं करती, यदि ऐसे काल आ रहे हैं तो डरने की जरूरत नहीं है। पिछले दिनों ही जिला मुख्यालय पर बीमा कंपनी के अधिकारी से शेयर खरीदी के नाम पर एक करोड़ 68 लाख रुपये की
धोखाधड़ी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में खातों की जांच के बाद करीब 90 लाख रुपये फ्रीज कराए थे, बाकी रकम के लिए भी जांच की जा रही है।