सुरक्षा इंतजाम के लिए बनाए तीन अस्थायी शिविर
कमांडेंट राजेश जैन ने बताया कि तीन अस्थायी शिविर भी तैयार किये गए हैं, जिसमे जवानो को ठहराया गया है। संगम स्थल पर डुबकी लगाने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। करीब एक किमी पहले ही वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। कई गांव के लोग पड़िहार के साथ पहुंचे। ग्रामीणों का मनना है कि प्रेत बाधा संगम स्थल पर स्नान करने से दूर हो जाती है।
एक किमी दूर रोके गए वाहन
बांद्राभान आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। यातायात पुलिस बल ने व्यवस्थाएं संभाली। वाहनों को व्यवस्थित खड़ा कराया गया। संगम स्थल से करीब एक किमी दूरी पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। जांच के बाद ही वाहनों को आगे जाने दिया जा रहा था। वाहनों के लिए प्रशासन की ओर से शुल्क निर्धारित किया गया था। लोगों ने व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जाहिर की। ग्रामरायपुर से आए लोगों ने बताया कि उनके वाहन सुरक्षित खड़े रहे और उन्होंने स्नान भी सुविधाजनक रूप से किया। किसी तरह की परेशानी नहीं आई।
प्रेत बाधा दूर करने के लिए किया स्नान
संगम स्थल पर प्रेत बाधा दूर करने के लिए कई लोगों ने स्नान किया। लोगों की मान्यता है कि पूर्णिमा व ग्रहण का अनूठा संयोग था। संगम पर पड़िहार की मौजूदगी में पवित्र स्नान करने से प्रेत बाधा से मुक्ति मिल जाती है। कई गांवों से लोग यहां पर पहुंचे थे। कुछ श्रद्धालु मोरध्वज के साथ भी संगम स्थल पर पहुंचे।
संगम स्थल पर दाल-बाटी का लिया आनंद
बांद्राभान आने वाले लोगों ने संगम में डुबकी लगाने के बाद दाल बाटी भी बनाई और पिकनिक का आनंद लिया। दूर दराज से आने वाले लोगों ने सभी सामान अपने साथ लेकर आए थे। पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्थाएं प्रशासन ने मुहैया कराई थी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगातार माइक से लोगों को सतर्क भी किया जा रहा था। प्रशासन व पुलिस के अधिकारी लगातार हर स्थिति पर नजर बनाए हुए थे।
मोटरबोट से भी निगरानी
होमगार्ड जवानों द्वारा मोटरबोट से भी निगरानी की गई। होमगार्ड प्लाटून कमांडर अमृता दीक्षित अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद रहीं। अमृता दीक्षित ने बताया कि मोटर बोट, राफ्टबोट के साथ होमगार्ड जवान तैनात हैं। कुल साठ जवानों को संगम स्थल पर विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया है। लोगों की मदद के लिए लाइफ जैकेट के साथ ही सुरक्षा उपकरण रखे गए हैं। होमगार्ड जवानों के लिए अस्थाई कैंप भी पहली बार तैयार किए गए हैं। छह नवंबर से ही जवानों को तैनात कर दिया गया था।
सूतक काल शुरू होते ही कम हुई भीड़
चंद्रगहण का सूतककाल शुरू होते ही संगम स्थल पर भीड़ कम हो गई थी। ग्रहण खत्म होने के बाद फिर से भीड़ बढ़ेगी। भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
बांद्राभान संगम स्थल पर आयोजित मेले में सुरक्षा के समुचित इंतजाम प्रशासन की ओर से किए गए हैं। हजारों श्रद्धालु नर्मदा तवा के संगम स्थल पर डुबकी लगा चुके हैं। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। स्थल पर लगातार निगरानी की जा रही है।
- राजेश जैन, कमांडेंट, जिला होमगार्ड, नर्मदापुरम