Railway News: काशी एक्सप्रेस की जनरल बोगी में ब्रेक शू गर्म होने से लगी आग, धुआं भरने से यात्रियों में हड़कंप
भिरंगी स्टेशन के नजदीक हुई घटना। आग बुझाने के बाद करीब 25 मिनट की देरी से आगे रवाना हुई ट्रेन।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Wed, 08 Feb 2023 01:12:44 PM (IST)
Updated Date: Wed, 08 Feb 2023 01:12:44 PM (IST)
हरदा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मुंबई से चलकर गोरखपुर जाने वाली 15017 काशी एक्सप्रेस की जनरल बोगी के ब्रेक शू गर्म होने के बाद उसमें आग लग गई। यह हादसा मंगलवार शाम को हुआ। अधिक मात्रा में धुआं उठा, जो बोगी के अंदर आ गया, जिससे बोगी में बैठे यात्रियों में हड़कंप की स्थिति बन गई। रेलवे गेटमैन की सूचना पर ट्रेन को भिरंगी रेलवे स्टेशन पर रोका गया। ट्रेन के रुकने के बाद सवार यात्री नीचे उतरने लगे। इसके बाद रेल कर्मचारियों ने रेलवे स्टेशन पर रखे अग्निशमन यंत्र से ब्रेक शू में लगी आग पर नियंत्रण किया। करीब पच्चीस मिनट बाद जब आग से गर्म हुए पहियों के ठंडे हुए तो ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।
हालांकि रेलवे अधिकारी इस घटना को सामान्य बता रहे हैं, लेकिन जिस तरीके से आग की लपटें दिखी और धुआं उठा उससे ट्रेन में सवार यात्री किसी बड़ी अनहोनी की आशंका लिए डर गए थे। डाउन काशी एक्सप्रेस खिरकिया रेलवे स्टेशन से लगभग सवा छह बजे हरदा के लिए रवाना हुई। इसी दौरान ट्रेन के इंजन से चौथे नंबर की जनरल बोगी के आगे और पीछे वाले पहिए के ब्रेक जाम हो गए। ट्रेन रफ्तार में कुड़ावा रेलवे स्टेशन क्रास करते हुए भिरंगी की तरफ आ रही थी। रेलवे गेट नंबर 198 पर गेटमैन ने पहियों के ब्रेक शू में लगी आग को देखकर तत्काल भिरंगी रेलवे स्टेशन मास्टर को सूचना दी। उन्होंने ट्रेन के ड्राइवर को घटना की जानकारी देकर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को खड़ा करवाया।
जनरल बोगी में सवार यात्री विवेक कुमार, दुर्गेश, सूरज आदि ने बताया कि अचानक बड़ी मात्रा में बोगी के अंदर धुआं आने लगा, जिसे हम सब देखकर डर गए। ट्रेन के दरवाजे पर बैठे यात्रियों ने नीचे झांककर देखा तो बोगी के आगे और पीछे के तरफ के दोनों पहियों में आग की लपटें दिखाई दी। कई यात्रियों को तो धुआं अधिक होने से सांस लेने में भी परेशानी शुरू हो गई थी। कुछ देर बाद बोगी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और शोर होने लगा।
ट्रेन रुकते ही उतरकर भागने लगे यात्री
कुछ ही दूरी पर भिरंगी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन के थमते ही सभी यात्री अपनी जान बचाकर और सामान ट्रेन में छोड़कर नीचे उतर गए। लोग ट्रेन से दूर जाकर जाकर खड़े हो गए। अन्य बोगियों में सवार यात्रियों में भी हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने बोगियों के दोनों हिस्सों में भड़की आग पर अग्निशमन से छिड़काव कर आग पर काबू पाया। इसके बाद गर्म हुए पहियों को ठंडा होने का इंतजार करने के लिए ट्रेन को करीब 25 मिनट तक खड़ा रखा गया। इसके बाद पहिए के ब्रेक में जली रबर को बदला गया। वहीं ट्रेन की अन्य बोगियों के पहियों की बारीकी से जांच की। इसके बाद ट्रेन को हरदा के लिए रवाना किया गया।
हरदा रेलवे स्टेशन पर काशी एक्सप्रेस का समय शाम को लगभग 6.30 बजे था, लेकिन आगजनी की घटना की वजह से ट्रेन करीब 7.36 बजे आई। पहिए ठंडे होने का बताकर ट्रेन को रवाना करने के लिए कहा। इस संबंध में जब हरदा स्टेशन मास्टर एचजे पाल से घटना के बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वे अभी बाहर हैं।
यह सामान्य घटना है। ब्रेक शू गर्म होने पर ठीक करके गाड़ी आगे बढ़ा दी जाती है। इस घटना में भी ऐसा ही हुआ।
-सूबेदार सिंह, पीआरओ, रेलवे