Redevelopment of Gwalior Station: ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर रेलवे स्टेशन के बहुप्रतीक्षित पुनर्विकास का काम अब सितंबर माह तक ही शुरू हो पाएगा। रेलवे के अफसरों ने इसका 442 करोड़ रुपये का रिवाइज एस्टीमेट तैयार कर लिया है, जिसमें कानकोर्स एरिया की चौड़ाई बढ़ाकर 72 मीटर की गई है। अब इस एस्टीमेट को प्रयागराज स्थित मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां से इसे रेलवे बोर्ड भेजकर वित्तीय स्वीकृति ली जाएगी। स्वीकृति मिलने पर ही टेंडर की प्रक्रिया होगी। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े अफसरों के मुताबिक इस प्रक्रिया में लगभग दो माह का समय लगेगा और तब तक मानसून का सीजन आ जाएगा। ऐसे में कार्य बरसात के मौसम के बाद ही शुरू हो पाएगा।
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का प्रोजेक्ट वर्ष 2019 से चल रहा है। सबसे पहले इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कार्पोरेशन (आइआरएसडीसी) को पुनर्विकास का जिम्मा दिया गया था, लेकिन कोरोना के चलते यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया। इसी बीच अक्टूबर 2021 में आइआरएसडीसी के भंग होने के बाद जोनल रेलवे को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई। जोनल रेलवे ने इसका प्रोजेक्ट 432 करोड़ रुपये का तैयार किया था, लेकिन रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने स्वयं रुचि लेते हुए डिजाइन में परिवर्तन कराया। इसके चलते स्टेशन की डिजाइन में परिवर्तन हुआ और कानकोर्स एरिया को 50 मीटर से बढ़ाकर 72 मीटर करने के लिए रिवाइज एस्टीमेट तैयार कराया गया। इससे प्रोजेक्ट की कीमत 10 करोड़ रुपए और बढ़ जाएगी। यह एस्टीमेट अब तैयार हो चुका है और इसे अब अगले माह प्रयागराज मुख्यालय भेजा जाएगा। चूंकि इसके लिए बजट रेलवे बोर्ड से जारी होगा। इस कारण बोर्ड से वित्तीय स्वीकृति ली जाएगी। अफसरों के मुताबिक इसमें समय लग जाएगा। टेंडर प्रक्रिया और वर्क आर्डर में भी लगभग एक माह और लगेगा। चूंकि बरसात के सीजन में निर्माण कार्य नहीं कराए जाते हैं। ऐसे में सितंबर या अक्टूबर माह में मौके पर काम शुरू हो पाएगा।