
Police commissioner system in Gwalior: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्वालियर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने को लेकर अब ब्लू प्रिंट तैयार हो रहा है, इसके मुताबिक ग्वालियर कमिश्नरी में जिले के 26 थाने होंगे, इनमें 20 शहर के और छह ऐसे थाने होंगे जो ग्वालियर से 10 से 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं। आगामी दस साल में इन थानों की सीमाओं तक शहर का विस्तार हो जाएगा। इसी को देखते हुए ग्रामीण के छह थाने भी कमिश्नरी में शामिल किए जाएंगे। 24 दिसंबर तक पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर पुलिस मुख्यालय को भेजा जाना है। इसी सिलसिले में गुरुवार को ग्वालियर जोन के एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्वालियर के कमिश्नर माडल को लेकर चर्चा की, इसमें कुछ बिंदु तय किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है- जिस तरह पुलिस मुख्यालय द्वारा पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने के लिए सारी औपचारिकताओं पूरी करने के लिए सक्रियता दिखाई जा रही है, उस हिसाब से गणतंत्र दिवस पर इसकी घोषणा हो सकती है।
प्रदेश के दो शहर- इंदौर और भोपाल में पहले से पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू है। नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने ग्वालियर और जबलपुर में भी पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इसे लेकर पुलिस मुख्यालय को निर्देशित भी किया था। नईदुनिया ने सबसे पहले ग्वालियर में कमिश्नर प्रणाली के माडल को लेकर खबर प्रकाशित की थी। अब ग्वालियर में कमिश्नर प्रणाली को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। पुलिस मुख्यालय से 24 दिसंबर तक कमिश्नर प्रणाली माडल का ब्लू प्रिंट मांगा गया है। इसी के चलते एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा ने सभी पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में एडीजी वर्मा के साथ ग्वालियर जोन की डीआइजी कृष्णावेणी देसावतु, एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। एडीजी वर्मा ने बैठक में कहा कि कमिश्नरी प्रणाली भविष्य को देखते हुए लाई जा रही है।ग्वालियर के ऐसे थाने जो ग्रामीण हैं, लेकिन 10 से 20 किलोमीटर के दायरे पर हैं, यह इलाके भविष्य में शहरी सीमा में शामिल हो जाएंगे। इसलिए इन थानों को कमिश्नरी में ही रखा जाना उचित होगा। अभी जिले के 20 थाने शहर में है। कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद 26 थाने इसमें शामिल होंगे। 14 थाने ग्रामीण में रहेंगे।
कमिश्नर प्रणाली लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री और पुलिस मुख्यालय ने निर्देश दिए हैं। इसी का ब्लू प्रिंट तैयार करने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई। भविष्य को देखते हुए कुछ और थानों को इसमें शामिल किया जाएगा।
डी.श्रीनिवास वर्मा, एडीजी, ग्वालियर जोन