ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लाल टिपारा स्थित नगर निगम की आदर्श गोशाला में 100 टन क्षमता वाले बायोगैस प्लांट का निर्माण कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड से कराने के प्रस्ताव को इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) के बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इस बायोगैस प्लांट के संचालन के लिए प्रतिदिन 100 टन गोबर की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए अब शहर की सभी डेयरियों से गोबर उठाने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में 24 ट्रैक्टर-ट्रालियां इस काम के लिए लगे हुए हैं। अब इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड के जनरल मैनेजर बिजय कुमार ने शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल को पत्र लिखकर बोर्ड से बायोगैस प्लांट की अनुमति मिलने की सूचना दी। इसके साथ ही पत्र में उल्लेख किया कि 100 टन प्रतिदिन बायोगैस तैयार करने के लिए 100 टन गोबर की जरूरत होगी। निगम अफसरों की मानें, तो आदर्श गोशाला में ही प्रतिदिन 50 से 60 टन गोबर निकलता है। इसके अलावा शहर से भी गोबर कलेक्शन के लिए वाहन लगे हुए हैं। ऐसे में इस आवश्यकता को पूरा कर लिया जाएगा। अब आइओसीएल की टीम जल्द ही आदर्श गोशाला का निरीक्षण कर वहां से निकलने वाले गोबर की मात्रा का आकलन करेगी। इसके अलावा जमीन आदि भी देखेगी। इसके साथ ही नगर निगम के साथ में अनुबंध किया जाएगा, जिसके तहत इस प्लांट का संचालन एवं संधारण नगर निगम द्वारा किया जाएगा। कंपनी सिर्फ 31 करोड़ रुपये की लागत का यह प्लांट गोशाला में लगाकर देगी।
सात जिलों में फैला चिकनपाक्स,अलर्ट जारीः प्रदेश के सात जिलो में चिकनपाक्स फैला हुआ है। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है। छतरपुर, छिंदवाड़ा, दतिया, नीमच, भोपाल, धार और खंडवा जिले में पिछले एक महीने में चिकनपाक्स के 31 केस सामने आ चुके हैं। चिकनपाक्स अत्याधिक संक्रमक बीमारी है जो बच्चों, बड़ों व गर्भवती महिलाओं को हो रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने सभी जिलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए अलर्ट जारी किया है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि केस मिलने पर जानकारी आइडीएसपी पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाए।