ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे की एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना के तहत ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर शजर पत्थर से तैयार किए गए उत्पाद बेचे जाएंगे। अंचल में पत्थर को तराशकर हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की जाने वाले स्टोन क्राफ्ट के उत्पाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर लगाए गए स्टाल पर खरीद करने के लिए मुसाफिरों को उपलब्ध होंगे। भारत सरकार ने क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही सरकारी संस्थाओं द्वारा निर्मित हस्तशिल्प आइटमों की
बिक्री करने के लिए क्षेत्रीय शिल्पियों को रोजगार का मौका दिया है। इसके तहत स्टेशन पर तीन शिल्पियों को स्टाल आवंटित किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर पंद्रह दिन की अवधि के लिए चयनित किए गए हस्तशिल्पियों में मां पूर्णिमा महिला मंडल स्टोन क्राफ्ट अंबाह, मुरैना के शिल्पी प्रमोद कुमार शर्मा व ग्वालियर के दीपक विश्वकर्मा शामिल हैं।
केंद्र सरकार की एक जिला-एक उत्पाद की तर्ज पर रेलवे ने एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना शुरू की है। अब झांसी रेल मंडल के ए-कैटेगरी में शामिल ग्वालियर स्टेशन पर अंचल के हस्तशिल्पियों को काउंटर लगाकर अपने उत्पाद की बिक्री करने के लिए प्लेटफार्म नंबर एक स्थित एस्केलेटर के पास अस्थायी स्टाल लगाया है। अंचल से तीन स्टोन शिल्पियों को स्टाल पर अपने स्टोन उत्पाद बिक्री करने के लिए चयनित किया है। ये तीनों ही शिल्पी एक के बाद एक पंद्रह दिनों तक अपने उत्पाद स्टेशन के इस विशेष स्टाल से मुसाफिरों को बेच सकेंगे। रोजगार को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय कला को जीवन-यापन के साधन के तौर पर विकसित करने के उद्देश्य से सरकार ने एक स्टेरेलवे बोर्ड से मिली अनुमति, तीन शिल्पी लगाएंगे ग्वालियर स्टेशन पर स्टाल
ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे की एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना के तहत ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर शजर पत्थर से तैयार किए गए उत्पाद बेचे जाएंगे। अंचल में पत्थर को तराशकर हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की जाने वाले स्टोन क्राफ्ट के उत्पाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर लगाए गए स्टाल पर खरीद करने के लिए मुसाफिरों को उपलब्ध होंगे। भारत सरकार ने क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही सरकारी संस्थाओं द्वारा निर्मित हस्तशिल्प आइटमों की
बिक्री करने के लिए क्षेत्रीय शिल्पियों को रोजगार का मौका दिया है। इसके तहत स्टेशन पर तीन शिल्पियों को स्टाल आवंटित किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर पंद्रह दिन की अवधि के लिए चयनित किए गए हस्तशिल्पियों में मां पूर्णिमा महिला मंडल स्टोन क्राफ्ट अंबाह, मुरैना के शिल्पी प्रमोद कुमार शर्मा व ग्वालियर के दीपक विश्वकर्मा शामिल हैं।
केंद्र सरकार की एक जिला-एक उत्पाद की तर्ज पर रेलवे ने एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना शुरू की है। अब झांसी रेल मंडल के ए-कैटेगरी में शामिल ग्वालियर स्टेशन पर अंचल के हस्तशिल्पियों को काउंटर लगाकर अपने उत्पाद की बिक्री करने के लिए प्लेटफार्म नंबर एक स्थित एस्केलेटर के पास अस्थायी स्टाल लगाया है। अंचल से तीन स्टोन शिल्पियों को स्टाल पर अपने स्टोन उत्पाद बिक्री करने के लिए चयनित किया है। ये तीनों ही शिल्पी एक के बाद एक पंद्रह दिनों तक अपने उत्पाद स्टेशन के इस विशेष स्टाल से मुसाफिरों को बेच सकेंगे। रोजगार को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय कला को जीवन-यापन के साधन के तौर पर विकसित करने के उद्देश्य से सरकार ने एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना शुरू की है। स्टेशन पर बिकने वाले उत्पादों से हस्तशिल्पी को तो लाभ होगा ही, क्षेत्रीय कला के प्रसार में भी काफी मदद मिलेगी। पंद्रह दिन स्टाल संचालित करने के एवज में रेलवे इन शिल्पियों से महज एक हजार रुपए बतौर टोकन राशि के रुप में ले रहा है। शिल्पियों को उत्पाद का डेमो करने के लिए रेलवे ही स्टाल तैयार कर उपलब्ध करा रहा है।शन-एक उत्पाद योजना शुरू की है। स्टेशन पर बिकने वाले उत्पादों से हस्तशिल्पी को तो लाभ होगा ही, क्षेत्रीय कला के प्रसार में भी काफी मदद मिलेगी। पंद्रह दिन स्टाल संचालित करने के एवज में रेलवे इन शिल्पियों से महज एक हजार रुपए बतौर टोकन राशि के रुप में ले रहा है। शिल्पियों को उत्पाद का डेमो करने के लिए रेलवे ही स्टाल तैयार कर उपलब्ध करा रहा है।