ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बीते रविवार को शहर में नए टर्मिनल का शिलान्यास करने देश के गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर पंहुचे थे। शाह के स्वागत की तैयारियां शहर के नेताओं और अधिकारियों ने पिछले कई दिन पहले से ही शुरू कर दी थी ।स्थानीय नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री सिंधिया स्वयं तैयारियो में जुटे रहे। लेकिन रविवार को जब शाह शहर में आए तो नजारा कुछ और ही रहा। महाराजपुरा स्थित एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक आने जाने वाले लोगों को जाम, रास्ते के डाइवर्जन जैसी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ा। ठीक यही हाल मेला ग्राउंड स्थित कार्यक्रम स्थल से जयविलास पैलेस तक पंहुचने वाले शाह के रूट का भी रहा। आसान शब्दों में समझा जाए तो लोगों को बडी समस्या का सामना करना पड़ा ।
वहीं बात शहर के चौराहों की करें तो शहर की पूरी पुलिस सिर्फ शाह की देखरेख में तैनात रही। यही कारण रहा कि शहर के कई चौराहों पर बिना ट्रैफिक सिग्नल के जनता के भरोसे आवागमन जारी रहा। इसी बीच शहर में जगह-जगह खडी बसों से भी आवागमन प्रभावित रहा। लोग जाम में फंसे रहे और अपने काम से शहर के दूसरे हिस्सों में जा नहीं सके। जिससे उनके काम प्रभावित हुए। साथ ही यदि चक्कर लगाकर गए भी तो उन्हें अपने वाहनों में पेट्रोल अधिक जलाना पड़ा। साथ ही लोकल कन्वेंस के वाहन भी बंद रहे। जिससे आम आदमी भी आने जाने से परेशान रहा। नईदुनिया ने जब लोगों से बात की तो उन्होंने अव्यवस्थाओं को लेकर काफी नाराजगी जताई।
जब भी कोई नेता आता है तो सबसे ज्यादा समस्या आम आदमी को होती है । पूरे दिन बडी परेशानी होती है।
-रोहन,निवासी गांधीनगर
मित शाह के आने से पूरा ट्राफिक रोक दिया जाता है , अब ऐसे में किसी को जरूरी काम से कहीं जाना हो तो क्या करे।
- शिवानी, निवास मुरार
सबसे ज्यादा बुरा हाल तो चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था का था । न कोई पुलिसकर्मी मौजूद रहा और न ही ट्रैफिक लाइटें काम कर रही थी।
- साकेत , निवासी फूलबाग