
Kharmas 2023-24: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि) प्रबोधिनी एकादशी से शुरु हुआ पणिग्रहण संस्कार का सिलसिला निरंतर जारी है। लगभग हर घर में एक दिन छोड़कर शादी का आमंत्रण कार्ड आया हुआ। यह न्योते केवल 15 दिसंबर तक आएंगें। इसके दूसरे दिन से खरमास लग जाने के कारण मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। एक माह के लिए शादी समारोह ठिठुरनभरी ठंड में जाने से कुछ राहत मिलेगी।
साल का आखिरी खरमास 16 दिंसबर से लगेगा और इसका समापन 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर होगा। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि दिसंबर में सूर्य धनु राशि में दोपहर 03:58 बजे प्रवेश करेंगे।इसी के साथ खरमास यानी कि मलमास का प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन धनु संक्रांति मनाई जाती है। खरमास को मलमास भी कहते हैं। सूर्य एक महीने तक धनु राशि में रहेंगे। तब तक मांगलिक कार्यो पर विराम लग जायेगा।
धनु बृहस्पति की राशि है। धार्मिक ग्रंथों की मान्यता है कि सूर्य देव जब भी बृहस्पति की राशि पर भ्रमण करते हैं, तो मनुष्य के लिए यह अच्छा नहीं होता। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य जब बृहस्पति की राशि में आते हैं तो इससे गुरु ग्रह का बल कमजोर हो जाता है और सूर्य भी अपना तेज कम कर लेते हैं। इस दौरान सूर्य की चाल बहुत धीमी हो जाती है, मांगलिक कार्य के लिए इन दोनों ग्रहों का मजबूत होना जरुरी होता है। यही वजह है कि खरमास के दौरान शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार आदि जैसे शुभ और मांगलिक कार्य करने पर अशुभ फल मिलता है।
17 जनवरी से विवाह मुहूर्त प्रारम्भ हो जायेगे। जनवरी 2024 में पांच शादी के लिए शुभ मुहूर्त है। 17, 18, 21, 22 और 31 तारीख को विवाह के शुभ मुहूर्त है। फरवरी में 10 शुभ मुहूर्त रहेंगे। फरवरी के महीने में 1, 4, 5, 7, 15, 18, 19, 25, 26 और 28 को विवाह का शुभ मुहूर्त है। मार्च में सात शुभ मुहूर्त है। मार्च के महीने में 3 , 4 , 6 , 7 , 8 , 10 और 11, अप्रैल में पांच मुहूर्त, 18, 19,20, 21, 22 तक 23 अप्रैल से शुक्र अस्त होने के कारण विवाह नही होंगे। 30 जून को शुक्र ग्रह उदय जायेगें। उसके पश्चात विवाह प्रारम्भ होंगे। जुलाई माह में 10 विवाह मुहूर्त 2,3,4,9,10,11,12,13,14,15 को रहेंगे। 17 जुलाई देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लगने के कारण चार माह विवाह आदि मांगलिक कार्य नही होंगे