नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। लार्वा सर्वे और जुर्माने के लिए मैदान में उतरी मलेरिया विभाग और नगर निगम का दल डेंगू की रफ्तार रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्रवाई का दावा कर रहा है, लेकिन डेंगू का फैलाव तेजी से हो रहा है।
बुधवार को गजराराजा मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में हुई 206 सैंपल की जांच में 20 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनमें मुरार क्षेत्र के 13 मरीज है।
मुरार संवेदनशील क्षेत्र बन गया है। अब तक यहां 73 मरीज पाजिटिव मिल चुके हैं। अब तक छह हजार 447 सैंपल की जांच में 345 मरीज डेंगू पाजिटिव मिल चुके हैं। पाजिटिव मरीजों में छह बच्चे, 11 युवा और एक बुजुर्ग शामिल हैं।
पीड़ित मरीजों की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया टीम को अलर्ट करते हुए संबंधित मरीजों के यहां सर्वे और दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही 13 मरीज दूसरे जिलों के पाजिटिव निकले हैं। इनकी जानकारी संबंधित सीएमएचओ कार्यालय को दे दी गई है। दो दिन में 44 मरीज पाजिटिव मिल चुके हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग के सर्वे और नगर निगम की फागिंग पर सवाल उठ रहे हैं।
डेंगू के रफ्तार पकड़ने से पहले ही स्वास्थ्य विभाग विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चला रहा था। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर पहुंचकर सर्वे करने का दावा किया गया। सर्वे और जागरुकता के बावजूद लोगों के घरों में लार्वा मिलने के मामले बढ़ रहे हैं। सर्वे टीम को घरों में स्टोर किए गए पानी, फ्रिज की ट्रे, कूलरों और गमलों में सबसे ज्यादा लार्वा मिला है। इसके पीछे का कारण कूलरों, फ्रिज की ट्रे और गमलों की सफाई नहीं करना है।
डेंगू को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने 66 वार्ड में चार-चार सदस्यीय दल को सर्वे के लिए उतारा है। इस दल में मलेरिया वर्कर, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और नगर निगम का कर्मचारी शामिल है। यह दल पीड़ित मरीज के घर के आसपास 400 मीटर के दायरे में सर्वे करने के साथ दवा का छिड़काव कर रहा है। बावजूद इसके डेंगू की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है। हर रोज डेंगू पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
हमने 66 वार्ड में सर्वे करने के लिए मलेरिया वर्कर, एएनएम, आशा कार्यकर्ता को लगाया है। यह दल घर-घर जाकर लार्वा सर्वे करने के साथ लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है। साथ ही हिदायत देने के बाद भी जिन घरों में लार्वा मिल रहा है उन पर जुर्माना भी किया जा रहा है।
डा. सचिन श्रीवास्तव, सीएमएचओ