नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। हिंदू पंचांग का सावन मास चल रहा है, जो वर्षा के लिए जाना जाता है। लेकिन पिछले पांच दिन से ग्वालियर-चंबल अंचल में वर्षा थमी हुई है। इन पांच दिन में आसमान से एक बूंद तक नहीं गिरी। इसके कारण पूरे अंचल में गर्मी बढ़ गई है। यह गर्मी दो दिन और रहने वाली है जिसके बाद तेज फिर मध्यम वर्षा होने का अनुमान जताया जा रहा है। सोमवार को तीखी व चिलचिलाती धूप ने दिन का पारा बढ़ा दिया।
आसमान से वर्षा तो नहीं हुई लेकिन उमसभरी गर्मी के कारण लोगों के शरीर से पसीना जरूर टपका। चिपचिपे पसीने ने मन को बेचैन कर दिया। जेठ के महीने की तरह चिलचिलाती धूप ने दिन का पारा बीते रोज से 1.3 डिग्री बढ़ा दिया और रात का पारा 0.5 डिग्री बढ़ गया।
मौसम वैज्ञानिक प्रकाश धवले का कहना है कि वातावरण में फिलहाल गर्मी रहने वाली है, क्योंकि अगले दो दिन वर्षा के कोई योग नहीं बन रहे हैं। लेकिन दो दिन बाद 31 जुलाई से लेकर तीन अगस्त के बीच तेज फिर मध्यम वर्षा के योग बने हुए हैं। उसके बाद छह अगस्त तक बूंदाबांदी रहेगी।
इससे वातावरण में ठंडक आएगी। सोमवार की सुबह आसमान में बादल आए पर वर्षा नहीं करा सके। इसके चलते सुबह साढ़े पांच बजे तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जबकि सुबह सुबह खिली धूप के कारण पारा सुबह साढ़े आठ बजे तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लेकिन दिन जैसे जैसे आगे बढ़ा तो धूप के तेवर भी तीखे होने लगे, जिससे पारा भी ऊपर की ओर बढ़ने लगा और सुबह साढ़े 11 बजे तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि दोपहर ढाई बजे तापमान 35.4 डिग्री दर्ज किया गया। दिन में अधिकतम तापमान 36.3 डिसे दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 28.05 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह के समय हवा में नमी 85 फीसद और दोपहर में 67 फीसद दर्ज की गई। अब तक कुल वर्षा ग्वालियर में 452.1 एमएम दर्ज की जा चुकी है।
इस वक्त उत्तर पश्चिमी हवाएं ग्वालियर से होकर गुजर रही है, लेकिन निम्न दबाव का क्षेत्र ना बनने से इन हवाओं से नमी नहीं मिल पा रही है। हालात यह है कि पिछले एक सप्ताह से ट्रफ लाइन गुना के ऊपर ही बनी हुई है, पर ग्वालियर की ओर नहीं बढ़ सकी। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले दो दिन में हवाओं का रुख बदलेगा और दक्षिण पूर्वी हवाएं अपने साथ नमी लेकर आएंगी जो ग्वालियर-चंबल अंचल में वर्षा कराएंगी।
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार मंगलवार-बुधवार की रात से ही हवाओं का रुख बदलना शुरू हो जाएगा। इसके चलते जो हवाएं नमी लेकर आएंगी, उनसे आसमान में बादल बनेंगे और वह बुधवार की सुबह 31 जुलाई से वर्षा करा सकती है। सुबह साढ़े पांच बजे के आसपास पांच एमएम वर्षा हो सकती है।
इसके बाद सुबह नौ बजे फिर दोपहर 12 और तीन बजे भी वर्षा के आसार बने हुए हैं। माना जा रहा है कि पूरे दिन में करीब 20 एमएम से अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है। यही स्थिति 1,2,3 अगस्त को भी रहने की उम्मीद जताई गई है।