Gwalior Tourism News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। बरसात का मौसम बीत चुका है और भीनी-भीनी सी सर्दी ने चौखट पर दस्तक दे दी है । सुबह की गुलाबी ठंड में हरे भरे पौधों के बीच से चमकती सूरज की किरणें शहरवासियों काे खूब लुभा रही हैं। मानो यह मौसम हमसे कह रहा हो कि ‘उठो, चलो हरे भरे जंगल की सैर करें’। हां, सैर करनी है तो शहर और उसके आसपास हरियाली से भरे कई ऐसे स्थान हैं जहां अक्सरकर शहरवासी जाते हैं । यकीन मानिए इस मौसम में हरियाली से भरी ऐसी जगहों पर घूमना-फिरना मन को बड़ा सुकून देता है । इससे तन और मन दोनों ही दुरुस्त रहते हैं ।
हमारे शहर मौजूद सिरौल और कैंसर पहाड़ी के क्षेत्र हरे भरे पेड़ों से घिरे हैं, जहां सुबह-शाम के समय शहरवासी आपको सैर करते मिल जाएंगे । बात सिर्फ यही खत्म नहीं होती है, अगर अाप हरियाली का लुत्फ अपने दोस्तों या परिवार के साथ उठाना चाहते हैं तो शहर के 100 से 150 किमी तक के दायरे में कई ऐसी जगह हैं जहां आप जाकर बेहतरीन समय बिता सकते हैं। इनमें कूनो नेशनल पार्क और माधव नेशनल पार्क शहरवासियों को सबसे अधिक पसंद आते हैं ।
1- तपोवन ईको पर्यटन स्थल-
झांसी रोड पर स्थित तपोवन ईको पर्यटन स्थल सुकून के पल बिताने के लिए बहुत लाजवाब जगह है । यहां फूलदार, छायादार पौधों के साथ इमारती पौधे भी आसानी से देखने मिल जाएंगे । लगभग 204.56 हेक्टेयर में बने इस तपोवन मे पर्यटक प्रकृति का पूरा आनंद उठा सकेंगे । ध्यान रखें , पर्यटकों को यहां हिरण, जंगली सुअर, नील गाय, सेही, चौसिंगा, खरगोश और गोही सहित अन्य वन्य प्राणी देखने को मिलेंगे। यहां पर्यटकों को वॉकिंग ट्रैक, साइकिलिंग ट्रैक के साथ-साथ वाच टावर भी मिलेगा । इस वाच टावर से 22 फीट की ऊंचाई से खड़े होकर पूरे तपाेवन को देख सकते हैं ।
2-कूनो राष्ट्रीय पार्क -
शहर से लगभग 150 किमी की दूरी पर श्योपुर में स्थित 750 वर्ग किमी में फैला कूनों राष्ट्रीय पार्क हाल ही में अफ्रीकन चीतों के आने से गुलजार हो गया है । इससे पर्यटकों का आवागमन भी कूनों में बढ़ रहा है । यहा दूर-दूर तक हरियाली फैली है जो पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। वहीं इस पार्क में पर्यटकों को चीतों के अलावा चौसिंगा हिरण, चिंकारा, नीलगाय, सांभर और चीतल बड़ी तादाद में मिल जाएंगी। वास्तव में यह वन्य जीवों के लिए सुरिक्षत आश्रय स्थल है । शांत जंगल और कलकल कर बहती नदियां इस जगह को जादुई बना देती है । यकीन मानिए पेड़ों, फूलों, जानवरों और पक्षियों के साथ बिताया हुअा समय निश्चित रूप से पर्यटकों को याद रहेगा ।
3- माधव राष्ट्रीय उद्यान-
शिवपुरी शहर के पास स्थित विंध्यन पहाडियों का हिस्सा है माधव राष्ट्रीय उद्यान । शहर में रहे मुगल शासक और राजा यहां शिकार खेलने जाया करते थे। खूबियों की बात करें तो यह पार्क में झील और जंगल का मिलाजुला वातावरण यहां मौजूद वन्यजीवों के लिए उपहार स्वरूप है । यहां नीलगाय, चिंकारा और चौसिंगा सहित हिरण की अन्य प्रजातियां देखने मिल जाती हैं वहीं तेंदुआ, भेडिया, सियार, लोमडी, जंगली कुत्ता, साही और अजगर की भी मौजूदगी पायी जाती है । यकीनन इस पार्क का सौंदर्य देखकर पर्यटक इसे एक टक देखता रह जाता है।
4-राय प्रवीण महल-
आेरछा की पूर्व रियासतों की ऐतिहासिक झलक को दर्शाता हुआ टीकमगढ़ स्थित राय प्रवीण महल के चारों ओर बेतहाशा हरियाली है । बेतबा नदीं के किनारे स्थित यह महल अपनी हरियाली और प्रतिमा व जटिल कलाकृतियों से पर्यटकों को खूब लुभाता है । यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को इस महल की हरियाली, राजसी खूबसूरती और लोक कथाऐं बहुत ज्यादा मनभावन लगती है । दूरी की बात करें तो यह पर्यटन स्थल ग्वालियर से लगभग 120 किमी की दूरी पर स्थित है । पर्यटक विभिन्न साधनों से यहां आसानी से पंहुच सकते हैं।