Gwalior School Education News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। किला गेट स्थित सीएम राइज शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय प्रदेश के सीएम राइज स्कूलों में बेहतर सुविधाएं देने के दावे को झूठा साबित कर रहा है। सीएम राइज विद्यालयों में खेल का मैदान अनिवार्य है, जो इस स्कूल में नहीं है। स्कूल में 500 के लगभग छात्राएं हैं, जो नियमित रूप से स्कूल आती हैं। इन छात्राओं के लिए स्कूल में खेल का मैदान तक नहीं है। यहां अब तो विकास कार्य के चलते विद्यालय भवन के एक हिस्से से भी हाथ धोना पड़ा है। स्कूल की छात्राओं के साथ हो रहे इस भेदभाव ने प्रदेश सरकार के खोखले वादों की पोल खोल के रख दी है।
स्कूल का एक कैंपस 2 भी किला गेट क्षेत्र में ही कुछ दूरी पर संचालित होता है। वहां भी खेल के मैदान के नाम पर थोड़ी सी जगह मुहैया करवाई गई है। जब भी कोई ऐसा कार्यक्रम आयोजित होना हो, जिसमें सभी विद्यार्थी साथ में शामिल हो रहे हो तब यह स्थान भी कम पड़ जाता है। यह हालात साफ बताते हैं कि प्रदेश के मुखिया देश के भविष्य को लेकर कितने गंभीर हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के यमुना नगर के स्कूल के खेल मैदान पर अनाधिकृत कब्जे के मामले में टिप्पणी करते हुए कहा है कि विद्यार्थी भी एक अच्छे वातावरण के हकदार हैं। खेल के मैदान के बिना कोई भी स्कूल नहीं संचालित हो सकता है। कोर्ट ने उस स्कूल के खेल के मैदान पर हुए अनाधिकृत कब्जे को हटाने के आदेश जारी किए हैं। गौर करें तो पूरे प्रदेश सहित ग्वालियर शहर में भी स्कूलों में खेल के मैदान की स्थिति ठीक नहीं है।
स्कूल की छत पर मैट बिछाकर करवाया गया था योग
स्कूल शुरुआत से ही खेल के मैदान की कमी से जूझ रहा है। यहां किसी भी तरह की आउट डोर गतिविधि स्कूल की छात्राओं के लिए करवा पाना संभव नहीं होता है। यहां तक कि जब एनसीसी की परेड होना होती है तो उसके लिए भी छात्राओं को अपने स्कूल से निकलकर दूसरे परिसर में जाना होता है, लेकिन स्थान वहां भी कम पड़ता है। चिंता की बात यह है कि बीती 12 जनवरी को हुए सामूहिक योग के कार्यक्रम के दौरान स्कूल में स्थान की कमी के चलते छात्राओं को स्कूल की छत पर मैट बिछा कर योग करवाया गया।
हाकी खिलाड़ी ने जताया रोष शहर के हाकी खिलाड़ी नीलेश करकरे ने खत्म हो रहे खेल के मैदानों पर रोष जताया। साथ ही खिलाड़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए गोरखी स्कूल के पास हो रहे मल्टी लेवल पार्किंग के निर्माण को रुकवाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र भी सौंपा। नईदुनिया द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना करते हुए नीलेश करकरे ने नईदुनिया को धन्यवाद ज्ञापित किया है और कहा कि असल तस्वीर तो सामने आनी ही चाहिए।
स्कूल में खेल के मैदान पर छात्राओं का अधिकार है। लेकिन यहां अभी खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है। सीएम राइज के नए भवन में खेल का मैदान प्रस्तावित है लेकिन उसके निर्माण में भी काफी समय लगेगा।
मनोरमा नायक, प्राचार्य, सीएम राइज शा कन्या उमा विद्यालय, किला गेट