Gwalior Railway Station News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन अब सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि शहर की जनता के लिए भी घूमने फिरने का केंद्र बन सकेगा। स्टेशन पर मीटिंग सेंटर और शॉपिंग मॉल जैसी सुविधा भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। रेलवे बोर्ड ने स्टेशन को सिटी सेंटर, मीटिंग सेंटर, शापिंग मॉल के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया है, जहां आर्थिक गतिविधियां संचालित होंगी। साथ ही शहर के लोगों को घूमने के लिए एक जगह भी मिलेगी। यहां घूमने और आराम करने की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
रेलवे द्वारा देशभर के स्टेशनों का कायाकल्प कराने की तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास भी किया जाना है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। अब गत चार मई को रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राकेश चौधरी और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग नीरज शर्मा ने सभी जोनों के महाप्रबंधकों को पत्र लिखा है। इस पत्र में उल्लेख है कि जिन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है, उन्हें मीटिंग सेंटर और मॉल की तर्ज पर विकसित किया जाए। सिर्फ यात्री नहीं, बल्कि आम जन भी स्टेशन पर घूमने-फिरने का आनंद ले सकें। इसके अलावा लोग स्टेशनों पर पहुंचकर खरीदारी भी कर सकें। स्टेशन लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने और वे वहां बैठकर कुछ पल बिता सकें। इसको देखते हुए ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर कानकोर्स एरिया के नजदीक 100 वर्गमीटर का शापिंग एरिया तैयार किया जाएगा। जहां आम जनता भी प्लेटफार्म टिकट की तरह ही यूजर चार्ज चुकाकर खरीदारी करने के लिए पहुंच सकती है। यह यूजर चार्ज 25 से 50 रुपये तक हो सकते हैं।
डिजाइन ऐसी कि आगे जुड़ सकता है मॉलः वर्तमान में ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास की जो डिजाइन तैयार की जा रही है, उसमें भविष्य की जरूरत को देखते हुए मॉल की संभावना रखी गई है। रेलवे के निर्माण विभाग के अफसरों के मुताबिक इसमें ऐसी व्यवस्था की गई है कि यदि कोई डवलपर चाहें, तो रेलवे से जमीन को लीज पर लेकर स्टेशन से जुड़ा हुआ मॉल तैयार कर सकता है। ऐसे में यात्री ट्रेन से उतरकर खरीदारी करने के लिए मॉल में प्रवेश ले सकेंगे, वहीं जिन्हें खरीदारी नहीं करनी है वे एस्केलेटर से उतरकर सर्कुलेटिंग एरिया में जा सकेंगे। हालांकि कुछ-कुछ ऐसी व्यवस्था भोपाल स्थित रानी कमलापति स्टेशन पर है, लेकिन वहां तैयार कराया जा रहा मॉल स्टेशन से जुड़ा हुआ नहीं है।
झांसी व प्रयागराज को प्राथमिकता, लेकिन ग्वालियर में जल्द शुरू होना है कामः रेलवे बोर्ड द्वारा जारी किए गए पत्र के मुताबिक स्टेशनों के कायाकल्प में प्राथमिकता पहले जोनल और डिवीजनल स्टेशन को दी जानी है। ऐसे में उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत प्रयागराज और मंडल के झांसी स्टेशन को पहले विकसित किया जाना है, लेकिन ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास के टेंडर जारी हो चुके हैं, ऐसे में यहां इस कार्य को पहले कराया जाएगा।