Gwalior Railway News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। दीपावली के त्यौहार के मौके पर ट्रेनों में कन्फर्म टिकटों की मारामारी मच रही है। इस दौरान दलालों द्वारा टिकटों की कालाबाजारी भी की जाती है। त्यौहारी सीजन में टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए रेलवे की विशेष जांच शाखा (एसआइबी) की अतिरिक्त टी मों को लगाया गया है। ग्वालियर समेत आसपास के जिलों के कई एजेंट और इंटरनेट कैफे इन टीमों के निशाने पर हैं। इसके अलावा मुखबिर तंत्र भी सक्रिय किया गया है। विशेष जांच शाखा की ये टीमें रोजाना मुख्यालय को रिपोर्ट देंगी। दरअसल, त्योहारी सीजन में ट्रेनों में सीटें फुल होने से टिकटों की कालाबाजारी बढ़ जाती है। इसे रोकने के लिए टीमें लगाई गई हैं। मुख्यालय स्तर से टीमों की निगरानी की जा रही है।
दरअसल, दीपावली के पर्व को अब कुछ ही दिन शेष हैं। पर्व के पहले अपने गांव, शहर जाने के लिए जहां कई परिवारों ने पहले से ट्रेनों में आरक्षण करवा रखा है तो कई लोग ऐन वक्त पर छुट्टी मिलने पर रवाना होंगे। ट्रेनों में त्यौहारी भीड़ की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर से कई मार्गो पर वेटिंग 100 के भी पार पहुंच गई है। खासकर उत्तर-पूर्व के रूट पर सीटों की मारामारी अधिक नजर आ रही है। ग्वालियर से होकर उप्र व बिहार जाने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक सीटों की डिमांड है। दीपावली व छठ पर्व के लिए ग्वालियर से हजारों यात्री गांवों का रुख करते हैं लेकिन रोजाना ट्रेन नहीं होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में ग्वालियर से हावड़ा जाने के लिए चंबल एक्सप्रेस में 9 नवंबर को स्लीपर में वेटिंग 71 के पार पहुंच गई है, जबकि कोटा एक्सप्रेस में वेटिंग 230 के पार पहुंच गई है। उज्जैनी एक्सप्रेस में दिल्ली के लिए दीपावली के पहले 8 व 9 नवंबर को किसी भी श्रेणी में सीट खाली नहीं है। 8 नवंबर को ग्वालियर से लखनऊ के लिए बरौनी में 253 वेटिंग है, जबकि 9 को 213 वेटिंग जा पहुंची है। ऐसे में टिकटों की कालाबाजारी होने की पूरी संभावना है, जिसको लेकर मुखबिरों को सक्रिय करने के साथ ही विशेष टीमों का गठन किया गया है।