
Gwalior Railway News: ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल ने 2022-23 में 70,149यूनिट सौर ऊर्जा से बनाई है। 27 लाख रुपये की बचत की है। यह मंडल की सबसे बड़ी बचत है। ग्वालियर स्टेशन के शेड पर सौर ऊर्जा लगाए गए हैं, जिससे स्टेशन की बिजली की जरूरत पूरी हो रही है। छोटे-छोटे स्टेशनों पर सौर ऊर्जा लगाए गए हैं, जिससे बिजली का उत्पादन हो रहा है। अन्य तरीके अपनाए जाने की वजह से रेलवे ने करोड़ों की बचत की है। डीजल इंजन व इलेक्ट्रिक लोको से भी करोड़ों की बचत की है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जनवरी माह तक आधुनिक तकनीक के थ्री फेज़ लोकोमोटिव (रेल इंजन) के उपयोग से रुपये 38.08 करोड़ के रेल राजस्व की बचत की गयी है । थ्री फेज इंजन होने की वजह से इसमें रि-जनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है जिसकी वजह से ब्रेकिंग में लगने वाली उर्जा एकत्रित होकर पुनः इंजन को प्राप्त हो जाती है तथा ऊर्जा की बचत होती है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जनवरी माह तक हाई स्पीड डीजल खपत में लायी गयी कमी से रिकॉर्ड रु 13.11 करोड़ रेल राजस्व की बचत की गयी है । डीजल की बचत लोको शटडाउन तथा अन्य माध्यमों से हाई स्पीड डीजल की खपत में कमी लाते हुए की गई है। वहीं माह जनवरी 23 में रु.1.08 करोड़ रेल राजस्व कि बचत की गयी है 7
यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है । डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो की पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है।
झांसी मंडल द्वारा सौर ऊर्जा के उत्पादन द्वारा भी रेल राजस्व की बचत की जा रही है दिसम्बर 22 में मंडल के सोलर प्लांट द्वारा 70,149 यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया , जिससे रू 2,18,097/- के राजस्व की बचत हुई। वहीं वित्तीय वर्ष के दौरान दिसम्बर 22 तक कुल रू 27,18,318/- के राजस्व की बचत की जा चुकी है।