Gwalior News: ग्वालियर(नप्र)। बीते दिनों से सुर्खियों में बना हाईकोर्ट जज की कार छीनकर मरीज कुलपति को अस्पताल पहुंचाने का मामला अब हाईकोर्ट तक जा पहुंचा है। गुरुवार को इस मामले में गिरफ्तार हुए एबीवीपी के छात्र नेता हिमांशु श्रोत्रिय और सुकृत की जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर अब आगामी सोमवार के बाद सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि इन छात्र नेताओं की जमानत के लिए बीते दिनों सेशन कोर्ट में भी आवेदन किया गया था, जिसे सुनवाई के बाद खारिज कर दिया गया।
इस मामले से जुड़ी दूसरी गतिविधि की बात करें तो जीवाजी विवि के छात्रों ने गुरुवार की शाम को इस मामले में शामिल छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में मौन रैली निकाली। छात्रों ने हाथ में बैनर और तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया। यह रैली जीवाजी विवि के प्रशासनिक भवन के गेट के पास से शुरू होकर अल्कापुरी चौराहे से होती हुई हाईकोर्ट के रास्ते जेयू के राजमाता चौराहे वाले गेट पर आकर खत्म हुई। छात्रों ने जेयू के इस गेट पर काफी देर तक बैठकर अपना विरोध दर्ज करवाया। बता दें कि इस दौरान भारी संख्या मे पुलिस बल भी मौजूद रहा। गौरतलब है कि छात्रों में इस गिरफ्तारी को लेकर काफी नाराजगी है, जिसका विरोध करते हुए वह न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं और गिरफ्तार हुए छात्रों को रिहा करने की मांग कर रहे हैं।
ट्रेन में हार्ट अटैक आने पर कुलपति की जान बचाने के लिए उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए हाई कोर्ट जज की कार छीनने वाले छात्र हिमांशु श्रोत्रिय और सुकृत शर्मा एक हजार बिस्तर अस्पताल के आइसीयू स्थित बंदी वार्ड में भर्ती हैं। जेएएच के पीआरओ वीरेन्द्र वर्मा के मुताबिक छात्र सुकृत को यूरिन इंफेक्शन के साथ पेट में दर्द की शिकायत है। वहीं हिमांशु श्रोत्रिय वायरल फीवर के साथ पेट दर्द से पीड़ित हैं। इसलिए दोनों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। छात्रों ने बताया कि जेल में उनको बुखार आया था। इसके बाद तबीयत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रबंधन ने अस्पताल में भर्ती कराया। सुकृत ने बताया कि उसको यूरिन इंफेक्शन हुआ। हिमांशु श्रोत्रिय ने कहा कि उसके लीवर में सूजन है। चिकित्सकों ने दोनों छात्रों की कुछ जांच कराई हैं। इसके बाद ही आगे का उपचार और स्थिति क्लीयर होगी। फिलहाल छात्र बंदी वार्ड में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।