Gwalior ISBT News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। स्मार्ट सिटी के बहुप्रतिक्षित आईएसबीटी (अंतरराज्यीय बस टर्मिनल) को हाईपावर स्टेंडिंग कमेटी से मंजूरी मिल गई है। इस मंजूरी के इंतजार में यह प्रोजेक्ट अटका हुआ था। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं स्मार्ट सिटी बोर्ड के डायरेक्टरों के बीच हुई बैठक में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है। स्मार्ट सिटी एक सप्ताह के अंदर आईएसबीटी के टेण्डर जारी कर देगी। इस प्रोजेक्ट को खत्म करने की तिथि दिसंबर 2023 रखी जाएगी। इस प्रोजेक्ट को बनने में 12 से 18 माह का समय लगेगा।
हजीरा थाने के पास स्मार्ट सिटी के द्वारा बनाए जा रहे आईएसबीटी का स्वरुप हेरिटेज थीम पर आधारित होगा। इस थीम में ग्वालियर का वैभव दिखाई देगा। आईएसबीटी का निर्माण निर्माण ग्रीन बिल्डिंग कान्सेप्ट के तहत किया जाएगा। इसके चलते उर्जा बचत, जल संरक्षण, प्राकृतिक प्रकाश जैसे ग्रीन घटक रहेंगे। इससे पूरे प्रोजेक्ट में सीमेंट कंक्रीट एवं ईंट, बजरी आदि का उपयोग बहुत ही सीमित मात्रा में होगा। बस टर्मिनल में 52 प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। इससे पांच से 10 मिनट के अंतराल में एक साथ 52 बसें अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकेंगी। इस अंतरराज्यीय बस अड्डे का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। यहां 132 बसें खड़ी की जा सकेंगी। इनमें से 52 प्लेटफार्म और 80 बसें पार्किंग में खड़ी रहेंगी।
चार बस स्टेण्डों से होते हैं संचालित
वर्तमान समय में शहर के अंदर तीन बस स्टेण्ड संचालित हो रहे हैं। इसमें अंतर्राज्यीय बस सेवा का कार्य पड़ाव स्थित बस स्टेण्ड से किया जा रहा है। यहां से प्रदेश के अन्य जिलों के लिए बसें चलती हैं। जबकि इसके पास ही स्मार्ट सिटी का बस स्टेण्ड भी है, यहां से भी अन्य जिलों के लिए बसें संचालित होती हैं। वहीं झांसी रोड थाने के पास ही नगर निगम ने नया बस स्टेण्ड भी तैयार किया है। यह बस स्टेण्ड पहले आमखो पर हुआ करता था। चूंकि यह शहर के बीच में था इसके कारण आमजनों को काफी परेशानी आती थी। लेकिन झांसी रोड थाने के पास जगह कम होने के कारण यहां पर अक्सर जाम की स्थिति रहती है। वहीं चाैथा बस एवं अघोषित बस स्टेण्ड, फूलबाग गुरुद्वारा, जिंसी नाला नंबर 1, 2 से संचालित होता है। यहां से अन्य राज्यों के लिए वीडियोकोच बसें संचालित होती हैं। इसके कारण अक्सर रात एवं सुबह जाम की स्थिति रहती है।
नए बन टर्निमल में ये होगा खास
-70 करोड़ की लागत से निर्मित होगा
-52 बसों के लिए बनाए गए हैं प्लेटफार्म
-13 इंटरसिटी बसें (शहर में चलेंगी)
-39 अंतरराज्यीय बसं एक साथ प्लेटफार्म से रवाना हो सकेंगी
-60 बसों की वर्कशाप में पार्किंग
-80 चार पहिया वाहनों की पार्किंग
-160 दो पहिया वाहनों की पार्किंग
-40 आटो पार्किंग
-35 टैक्सी पार्किंग
वर्जन
हाईपावर स्टेंडिंग कमेटी से आईएसबीटी प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। आईएसबीटी का पूरा प्लान फायनल हो चुका है, इसके निर्माण से ग्वालियर को काफी बड़ी सौगात मिलेगी, अभी शहर को दो अलग-अलग बस स्टेण्डाें का उपयोग करना होता है। साथ ही यहां पर जगह एवं संसाधन भी सीमित है। आईएसबीटी दिसंबर 2023 तक बनकर फाइनल हो जाएगा।
जयति सिंह, सीइओ स्मार्ट सिटी