Gwalior Hurawali Project: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। हुरावली पर नगर निगम को मिली 23 बीघा जमीन के प्रोजेक्ट से नगर निगम कमाई करेगा। पहले यहां 10 मंजिला इमारत बनाने की योजना थी, लेकिन अब उंचाई का बंधन न होने से 15 मंजिला का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इसमें अब दुकानें बनाने के बजाय बहुमंजिला इमारतों में से शुरुआती पांच फ्लोर को व्यावसायिक रखे जाएंगे। इसमें फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर दुकानें व शोरूम होंगे, जबकि पांचवीं मंजिल तक आफिस स्पेस बेचे जाएंगे।
निगम की योजना है कि इसमें बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनियां आफिस स्पेस खरीदें। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निगम को हुरावली में मिली 23 बीघा जमीन के विकास की योजना अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इसके अलावा अब खेल मैदानों को मुरार नदी की ओर शिफ्ट किया जाएगा, क्योंकि नदी से 30 मीटर छोड़कर कोई निर्माण नहीं हो सकता है। यहां ओपन एयर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स बन सकता है। मास्टर प्लान के प्रविधानों को देखते हुए टीएंडसीपी के अधिकारियों ने निगम को अपना अभिमत दिया था कि यहां 30 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करने के साथ ही 10 मीटर जगह मिनिमम ओपन स्पेस (एमओएस) के रूप में छोड़नी होगी। इसके अलावा जमीन के पिछले हिस्से में मौजूद नदी की संरचना से भी 30 मीटर की दूरी पर निर्माण करना होगा। ऐसे में नगर निगम को फ्लोर एरिया रेशो (एफएआर) का लाभ मिलेगा व ऊंचाई का बंधन नहीं रहेगा। हालांकि 10 मीटर ओपन स्पेस छोड़ने पर दुकानों के लिए जगह बचना मुश्किल होगा।
योजना में ये होंगे परिवर्तन
द्यनिगम यहां 15-15 मंजिल की तीन से पांच इमारतें तैयार करने की योजना बना रहा है। द्यखेल मैदानों की जगह परिवर्तित की जाएगी। इसे पहले जमीन के मध्य में तैयार करने का प्लान था, लेकिन अब इन्हें मुरार नदी की संरचना की ओर बनाया जाएगा। द्यआडिटोरियम के लिए भी नए सिरे से जगह तलाशनी होगी, क्योंकि 10 मीटर ओपन स्पेस में काफी जमीन खाली छोड़नी होगी। द्यआल वेदर स्वीमिंग पूल को इनडोर तैयार करना है, इसके लिए भी जगह निकाली जाएगी। द्यएक बहुमंजिला इमारत के लिए कम से कम ढाई हजार वर्गमीटर जगह की आवश्यकता होगी। द्यडिजाइन फाइनल होते ही अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
हुरावली स्थित जमीन के लिए टीएंडसीपी का अभिमत मिलने के बाद नए सिरे से योजना बनाई जा रही है। हम यहां 15 मंजिला इमारतें तैयार करने का प्लान बना रहे हैं, जिसमें शुरुआती पांच मंजिल व्यावसायिक होंगी। फिलहाल डिजाइन का काम अंतिम चरण में है।
बीके त्यागी, सहायक सिटी प्लानर व प्रोजेक्ट आफिसर, नगर निगम
टीएंडसीपी से अभिमत मिलने के बाद स्पष्ट है कि ऊंचाई की बाध्यता नहीं है। हम वहां 15 मंजिल के टावर प्लान कर रहे हैं, जिनकी शुरूआती मंजिलें कामर्शियल रहेंगी। इसके अलावा ओपन स्पेस के नजदीक स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स तैयार कराए जाएंगे।
किशोर कान्याल, आयुक्त नगर निगम