Gwalior Crime News: ग्वालियर (नप्र)। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे की गाड़ी कोर्ट के गेट के सामने खड़ी थी। जब इसे गेट के सामने से हटाने के लिए यहां तैनात ट्रैफिक पुलिस के सिपाही ने कहा तो ड्राइवर पुलिसकर्मियों से उलझ गया। उसने पहले तो बदसलूकी की, फिर हाथापाई पर उतारू हो गया। पुलिसकर्मियों ने भी उसके साथ झूमा-झटकी कर दी। यहां वकीलों की गाड़ियां फंस गई थी। वकीलों ने ड्राइवर को पकड़ा और इंदरगंज थाने ले गए। कुछ देर यहां हंगामा चला, इसके बाद दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया। इंदरगंज थाना प्रभारी अजीत सिंह चौहान ने बताया कि ऊर्जा मंत्री के बेटे रिपुदमन उर्फ सागर गुरुवार को कोर्ट आए थे। रिपुदमन के ड्राइवर ने गाड़ी कोर्ट के गेट के सामने खड़ी कर दी। यहां से वकील और मजिस्ट्रेट की गाड़ी अंदर जाती हैं। यहां गाड़ी खड़ी होने से पीछे कुछ गाड़ियां फंस गई। ट्रैफिक पुलिस के आरक्षक अरविंद और अशोक यहां तैनात थे। जब इन लोगों ने ड्राइवर ने गाड़ी हटाने को कहा तो वह उलझ गया। वह बोला- यहां से गाड़ी नहीं हटेगी। इसी पर बहस हो गई और ड्राइवर के साथ गार्ड भी उलझने लगा। पुलिसकर्मियों और इनके बीच झूमाझटकी हो गई। तभी वकील आ गए। वकील ड्राइवर को पकड़कर इंदरगंज थाने ले गए। यहां दोनों पक्षों में समझौता हो गया। इसके बाद इन्हें थाने से रवाना कर दिया गया।
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर महासम्मेलन के बाद हुये उपद्रव की सीबीआई जांच की मांग की है। महासभा के जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह गुर्जर ने बताया कि उपद्रव के बाद पुलिस ने बैगर साक्ष्य जुटाये छात्रों को जेल भेज दिया। पुलिस नामजद लोगों के घरों पर जाकर परिवार के लोगों को परेशान कर रही है। निष्पक्ष जांच नहीं होने पर गुर्जर महासभा ने आंदोलन की चेतावनी दी है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रियंका गुर्जर ने भी राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर उपद्रव की न्यायिक जांच की मांग की है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी मुलाकात की है।