Gwalior Crime News: ग्वालियर (नप्र)। सिरोल थाना पुलिस ने एक युवक को रातभर लाकअप में रखा। उसे अगले दिन एसडीएम कोर्ट में यह कहकर पेश किया कि वह शांति भंग कर रहा था। यहां से उसकी पत्नी उसे छुड़ा लाई। युवक घर पहुंचा, इसके बाद लापता हो गया। उसने एक पत्र भी लिखा है, जिसमें सिरोल पुलिस पर बेइज्जत करने का आरोप लगाया है। उसने लिखा है- इसी वजह से वह छोड़कर जा रहा है।
जब युवक की पत्नी सिरोल थाने में यह शिकायत लेकर पहुंची तो बताया गया, उसके खिलाफ किसी सोसायटी की महिला ने शिकायत की थी। इसलिए उसे पकड़ा, जब महिला की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय धारा 151 में कार्रवाई की वजह पूछी गई तो पुलिस अधिकारी गोलमोल जवाब देने लगे। महिला आरटीआइ कार्यकर्ता के पास शिकायत लेकर पहुंची। अब इस मामले में जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की तैयारी है। युवक का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। सिरोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत कास्मो एंपायर हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले देवेश गोखले को बीते रोज सिरोल थाना पुलिस रात में सोसायटी से उठाकर ले गई। सोसायटी में पुलिसकर्मी घुसे और जिस तरह एक अपराधी को ले जाया जाता है, उसी तरह ले गए। रातभर उसे लाकअप में रखा और अगले दिन एसडीएम कोर्ट में यह कहते हुए पेश किया कि वह हंगामा कर रहा था, इसलिए 151 की कार्रवाई की है।
देवेश अपने घर पहुंचा, पूरी सोसायटी के सामने पुलिसकर्मी उसके साथ अभद्रता करते हुए उसे ले गए थे। इसलिए वह रात में लापता हो गया। उसने एक पत्र लिखा है कि पुलिस ने उसकी बेइज्जती की, अब वह सोसायटी में नहीं रह पाएगा, इसलिए घर और परिवार को छोड़कर जा रहा है। पत्नी घबराकर थाने पहुंची और गुमशुदगी दर्ज कराने की बात कही। इस पर पुलिसकर्मियों ने कहा- गुमशुदगी ही दर्ज की जाएगी, इस मामले में पत्र का जिक्र नहीं होगा। फिर महिला आरटीआइ कार्यकर्ता चतुर्वेदी के पास पहुंची। उन्होंने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, तब बताया गया कि किसी महिला ने देवेश के खिलाफ शिकायत की थी। जब पुलिस अधिकारियों से पूछा गया कि जब महिला ने शिकायत की थी तो महिला अपराध की धाराओं में एफआइआर करने की बजाय धारा 151 में कार्रवाई की तो वह जवाब नहीं दे सके। फिलहाल देवेश का सुराग नहीं लगा है।