Gwalior Crime News: जाेगेंद्र सेन, ग्वालियर नईदुनिया। साढ़े ग्यारह माह पहले भितरवार से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए फेरन सिंह जाटव की गुमशुदगी की गुत्थी काे पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने गुमशुदा की पत्नी मालती, उसके प्रेमी राम अवतार जाटव व दोस्त शिवराज को फेरन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपितों की सुरागदेही पर हस्तिनापुर के चपरौली मौजा के कुएं से गुमशुदा के शव के कुछ अवशेष बरामद कर लिए हैं। पत्नी मालती जाटव ने प्रेम में बाधक बने पति फेरन की प्रेमी रामअवताप जाटव व प्रेमी के दोस्त शिवराज के साथ मिलकर हत्या करने के लिए उसके सिर पर लोहे के पाइप से अंधाधुंध वार किए। उसके बाद पत्थर से कुचलकर लाश को एक कुएं में फेंक दिया। आरोपित ने पति की गुमशुदगी भी भितरवार थाने में दर्ज कराई। पुलिस को गुमराह करने के लिए कोर्ट में पति को तलाशने के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी लगाई। मृतक के छोटे भाई ने जब भाभी पर ही हत्या का संदेह जताया तब पुलिस फेरन जाटव की गुमशुदगी को सुलझाने में सफल हुई है। आरोपितों ने कबूल किया कि प्रेम में बाधक बने पति को रास्ते से हटाने का तरीका क्राइम पेट्रोल से सीखा।
साढ़े ग्यारह महीने पहले दर्ज कराई थी गुमशुदगीः एसपी अमित सांघी ने बताया कि भितरवार निवासी मालती जाटव ने 15 जुलाई 2020 को भितरवार थाने में पति फेरन जाटव की गुमशुदगी दर्ज कराई। फरियादिया ने बताया कि उसका पति काम-धंधे के लिए गया था, उसके बाद वापस घर नहीं लौटा। पुलिस ने फेरन की गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। फरियादिया पुलिस पर पति को तलाश नहीं करने का आरोप तो लगा रही थी, लेकिन तलाश में पुलिस की कोई मदद नहीं कर रही थी।
गुमराह करने के लिए लगाई बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाः पत्नी मालती ने फेरन को तलाशने के लिए कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाने पर पुलिस गुमशुदा को नए सिरे से तलाशने के लिए मजबूर हुई। एसपी अमित सांघी ने एएसपी(देहात) जयराज कुबेर व एसडीओपी अभिनव बारंगे की निगरानी में गुमशुदा को तलाशने के लिए भितरवार थाना प्रभारी पंकज त्यागी, एसआइ महेंद्र पाल, उटीला थाना प्रभारी सुरजीत परमार, चीनौर थाना प्रभारी दीपक गौतम, हस्तिनापुरा थाना प्रभारी साधना कुशवाह, बेहट थाना प्रभारी महेश तोमर व आरक्षक रामदेव शर्मा, रघुनंद सिंह अजय यादव, गौरव जाट, संजय वीर सिंह, क्राइम ब्रांच में पदस्थ छत्रपाल सहित क्राइम ब्रांच के सदस्याें की टीम बनाई थी।
देवर ने जताया भाभी पर हत्या का संदेहः मृतक के छोटे भाई ने फेरन को गायब करने पर भाभी मालती जाटव पर संदेह जताया। भाभी के संबंध हस्तिनापुर निवासी रामअवतार जाटव से होने के संबंध में पुलिस को बताया। पुलिस ने इसी आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। कुछ साक्ष्य जुटाने के बाद फरियादिया व उसके पुरूष मित्र को पूछताछ के लिए बुलाया।लगातार चार दिन तक पूछताछ करने के बाद आरोपित टूटे। पहले संदेहियों ने थाने में ड्रामेबाजी भी की, उसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर फेरन की हत्या का राज उगल दिया। आरोपित की सुरागदेही पर पुलिस ने फेरन की गायब होने की गुत्थी सुलझा ली। फेरन के शव के कुछ अवशेष आरोपित की सुरागदेही पर कृपालपुर स्थित से एक कुएं से बरामद कर लिए। कुएं में झाड़-झंगड़ के साथ एक पेड़ भी पनप गया था। पुलिस को गुमशुदा का कंकाल बरामद करने के लिए पेड़ को भी काटना पड़ा। पुलिस को मृतक के कुछ टुकड़े भी मिल गए हैं। इन कपड़ों के टुकड़ों से भाई ने शव की पहचान की है। पड़ताल के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव को भी मौके पर बुलाया। पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस हत्या में उपयोग किए गए लोहे के पाइप को बरामद करने के लिए पूछताछ कर रही है। जब्त अवशेष फेरन के ही है, इसकी पुष्टि करने के लिए डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।