Gwalior Crime News: ग्वालियर (नप्र)। अपनी छोटी बहन को छोड़कर 14 वर्षीय किशोरी स्कूल से हाइवे निकल गई। वह जब घर नहीं पहुंची तो स्वजनों ने गिरवाई थाने में शिकायत की। गिरवाई थाना पुलिस ने तुरंत उसकी तलाश शुरू की। सीसीटीवी कैमरे भी देखे, जिसमें बच्ची जाती हुई नजर आई। इन्हीं कैमरों से रूट ट्रैक कर बच्ची का पीछा किया तो वह सिकरोदा के पास मिल गई। पुलिस ने महज 3 घंटे में उसे बरामद कर लिया।
उसने बताया कि रास्ते में उसे दो युवक भी मिले थे, जिन्होंने पानी पिलाया और 20 रुपये दिए। वह आगे-पीछे चल रहे थे। गिरवाई थाना प्रभारी प्रीति भार्गव ने बताया कि गिरवाई इलाके में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी अपनी छोटी बहन के साथ स्कूल गई थी। स्कूल से जब छुट्टी हुई तो वह अपनी बहन को रास्ते में छोड़कर चली गई। उसकी बहन अकेले घर पहुंच गई। जब स्वजनों ने पूछा तो छोटी बहन ने बताया वह कहीं चली गई है। स्वजन तुरंत गिरवाई थाने पहुंचे। गिरवाई थाने पहुंचकर अपहरण का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने उसकी तलाश सीटीवी की मदद से कर ली। बच्ची का कहना है कि अचानक से उसे धुंआ दिखा था। इसके बाद वह चलती गई और यहां पहुंच गई।
गुर्जर समाज ने घटना की निंदा कर कहा- वास्तविक दोषियों पर हो कार्रवाई
गुर्जर महापंचायत के बाद उपद्रवियों द्वारा कलेक्ट्रेट सहित शहर के कई हिस्सों में की गई तोड़फोड़ व हमले की घटना की गुर्जर समाज ने निंदा की है। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को संभागायुक्त दीपक सिंह व एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा से मुलाकात की और विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर मांगें रखीं। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में आरोपित लोगों को जल्द पुलिस के हवाले किया जाए, जिससे आगामी कार्रवाई हो सके। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा की ओर से दिए मजिस्ट्रियल जांच की मांग की, जिससे निर्दोषों पर कार्रवाई न हो और दोषी बच न सकें। यह भी बिंदु रखा कि दर्ज एफआइआर में सात सौ अज्ञात संख्या बताई गई है जिस कारण समाज के सम्मानित व्यक्तियों को पूछताछ के नाम पर अवैध पकड़ा जा रहा है। इस दौरान वीर गुर्जर महासभा के प्रतिनधि भी शामिल थे। इंटरनेट मीडिया पर 12 अक्टूबर को गुर्जर समाज से जोड़कर कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं, इसको लेकर भी अधिकारियों ने चर्चा की।