Gwalior College Reopen News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। कालेजों में दोनों चरणों की ई-प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो गई है। इसके बाद भी 47 प्रतिशत सीटें अभी खाली हैं। जिसके लिए सीएलसी राउंड की शुरुआत 17 सितंबर से की जाएगी। हालांकि इस बार मप्र और सीबीएसई स्कूल के सभी विद्यार्थियों को पास किया गया था। इसे देखते हुए लग रहा था कि कालेज में प्रवेश अधिक होंगे, लेकिन खाली सीटों ने इस सोच को झूठा साबित कर दिया है।
हर साल दूसरे चरण तक सीटें भर जाती थीं, इस बार काफी मात्रा में सीटें खाली हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि विद्यार्थियों का रुझान वोकेशनल कोर्स और डिस्टेंस एजुकेशन की ओर बढ़ा है। आनलाइन कक्षाओं की वजह से विद्यार्थियों के रुझान पर भी प्रभाव पड़ा हैं। विद्यार्थी छह माह का वोकेशनल कोर्स और डिस्टेंस एजुकेशन में प्रवेश ज्यादा ले रहे हैं। सर्टिफिकेट कोर्स के बाद जल्द नौकरी पा सकें इसलिए इन कोर्सों में प्रवेश लेना पसंद कर रहे हैं।
डिस्टेंस एजुकेशन की ओर भी बढ़ा रुझान: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, जीवाजी यूनवर्सिटी और मप्र भोज मुक्त विवि में प्रवेश लेने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पिछले साल डिस्टेंस एजुकेशन के लिए 2500 प्रवेश हुए थे, जबकि इस साल 4650 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। डिस्टेंस एजुकेशन में प्रवेश लेने वालों में सबसे ज्यादा वही विद्यार्थी हैं, जिन्हें प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करनी है, क्योंकि कोरोनाकाल में पूरे 18 माह कालेज नहीं खुले, ऐसे में घर से ही पढ़ाई की है। इसकी वजह से विद्यार्थी की मानसिकता पर प्रभाव पड़ा है।
जल्द नौकरी मिल जाए इसलिए वोकेशनल कोर्स में ले रहे ज्यादा प्रवेशः हर कालेज और यूनिवर्सिटी में वोकेशनल कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इन कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी जल्द नौकरी पा सकते हैं। साथ ही खुद का व्यापार भी कर सकते हैं। इसलिए इस बार 20 प्रतिशत विद्यार्थी इन कोर्स में प्रवेश लेना पसंद कर रहे हैं। केआरजी में सात कोर्स, जेयू में 16 नए कोर्स, वीआरजी कालेज में तीन नए वोकेशनल कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।