Gwalior Achaleshwar Mahadev: ग्वालियर, (नईदुनिया प्रतिनिधि) अचलेश्वर मंदिर के 13 दानपात्रों को एसडीएम विनोद सिंह तहसीलदार शुभ्रता त्रिपाठी व ट्रेजरी अधिकारी अरविंद शर्मा, अभिभाषक विजय शर्मा के निगरानी में नटराज सभाग्रह में खुले गये। नोटों की गिनती का कार्य राजस्व निरीक्षक व पटवारियों की नौ सदस्यीय टीम ने किया। देर रात तक हुई नोटों की गिनती में 11 लाख 60 हजार 600 रुपये निकले हैं। अभी सिक्कों व दस के बीस के कुछ गड्डियों की गिनती होनी है। जिला प्रशासन की टीम ने पीएनबी खाता खुलबाकर इस पैसे को जमा करा दिया गया। यह खाता मंदिल के लेखापाल व माफी ओकाफ के अधिकारी के हस्ताक्षर से संचालित होगा। इसके साथ ही दानपत्र में दो पत्र, पांच सौ के नोटों की एक गड्ड़ी व चांदी के नाग व बीछिये भी निकले हैं। इसके साथ ही दो हजार के आठ नोट निकले। डेढ़ माह पहले मंदिर के कर्मचारियों के वेतन बांटने के लिये तीन दानपत्र खोलकर डेढ़ लाख रुपये निकाले गये थे। यह दानपत्र चार माह बाद खुले गये हैं।
दानपत्र खोलने के बाद टीम ने सबसे पहले पांच सौ, दो सौ, 100, 50, 20, 10, पांच, के नोटों की गड्डियां बनाईं गईं। और चिल्लर को अलग किया गया। उसके बाद शाम पांच बजे बैंक के कर्मचारियों की मदद से नोट गिनने की मशीन से इनकी गिनती कर बैंक में जमा कराये गये।
ऐसे निकले नोट-
2000 -- आठ नोट
500------ 702,
200 ---- 463
100 ---- 3200
50 ---- 3400
20 ---- 2600
10 ----- 16300
कुल योग 11 लाख 60 हजार 600 रुपये
(चिल्लर अलग से जिसकी अभी गिनती होनी है)
अचलेश्वर मंदिर की दान पेटी में दो पत्र भी निकले। एक श्रद्धालु ने दानपत्र में डाले पत्र में भगवान अचलनाथ से अनुरोध किया है कि मेरा जीडी में सिलेक्शन के साथ मेरी शादी हो जाये। और माता-पिता खुश रहे। बहन की अच्छे घर में शादी हो जाये। प्लीज भगवान जी जो मैं गलत सोचती हूं, उसके लिये मुझे माफ करना।
हम दोनों को एक करा दो- दूसरे पत्र में अचलनाथ के भक्त ने पत्र में प्रेम का इजहार करते हुये लिखा किया कि कुछ भी करके हम दोनों को एक करा दो बहुत सब्र कर लिया। और उसे हर सफलता मिले। उसकी उतरी हुई शक्ल अच्छी नहीं लगती है।
दो पांच सौ के चुरन के नोट भी निकले
दानपत्र में दो चुरन के पांच सौ के नोट भी निकले। हो सकता है कि किसी ने बच्चे को दानपत्र में श्रद्धा के साथ अचलनाथ को अर्पित कर दिये।