Gwalior Achaleshwar Mahadev News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। श्री अचलेश्वर मंदिर के 16 दानपात्रों को शनिवार को खोला गया था। दानपत्रों में निकली धनराशि की गणना दो चरणों में हुई। पहले चरण में हुई गणना में 19 लाख 86 हजार 600 रुपये निकले थे। रविवार को बैंक का अवकाश होने से सोमवार को बची हुई धनराशि की गणना की गई। सोमवार को हुई गणना में 3 लाख 39 हजार 895 रुपये निकले। साढ़े तीन माह में मंदिर के दानपात्रों में कुल 23 लाख 46 हजार 495 रुपये जमा हुए।
इससे पहले 15 फरवरी को महाशिवरात्रि से पहले दानपात्र खोले गये थे, दानपत्रों से निकली धनराशि में महाशिवरात्रि की चढ़ौत्री भी शामिल हैं। मंदिर के संचालन के लिए जिलाधीश द्वारा सेवानिवृत्त न्यायाधीश हाईकोर्ट की एनके मोदी अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इसके संयोजक एसडीएम लश्कर विनोद सिंह हैं। वहीं छह सदस्य अन्य विभागों के हैं। समिति की पहली बैठक शुक्रवार को अध्यक्ष के पारखजी के बाड़े के निवास पर हुई थी। इस बैठक में बताया गया था कि साढ़े तीन माह से दानपात्र नहीं खुले हैं। बारिश का मौसम भी शुरू हो रहा है, और दानपत्रों में महाशिवरात्रि की चढ़ौत्री भी रखी हुई है। समिति ने सबसे पहले दानपत्र खोलने का निर्णय लिया। शनिवार को दानपात्र खोलकर गितनी की गई। पहले दिन हुई गिनती में 19 लाख 86 हजार 600 रुपये निकले थे। इस धनराशि को रात में ही बैंक खाते में जमा कर दी गई थी। यह गणना 60 सदस्यों ने की थी।
नोटों को छांटने के बाद उनकी गड़्ड़िया बनाईं गईं। पहले दिन दस-दस के नोटों की गणना नहीं हो पाई थी। सोमवार को नोट गिनने की मशीन से नोटों की गिनती की गई। मंदिर के लेखाधिकारी वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि सोमवार को 3 लाख 39 हजार 895 रुपये निकले हैं। इस राशि को बैंक में जमा करा दिया गया है।
न्यास में अनियमिताओं के आरोपों के बाद एसडीएम ने मंदिर की अलमारी को सील कर दिया था। इसके साथ ही एक हाल भी सील किया था। इस हाल में मंदिर के सोने-चांदी के गहनों के साथ गहनों का कलश भी है। इस अलमारी को खुलवाकर रिकार्ड की सूचीबद्ध किया जाएगा। अध्यक्ष एनके मोदी ने मंदिर की सभी संपत्ति को सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए हैं।