Ganesh Chaturthi 2021: विजय सिंह राठाैर, ग्वालियर नईदुनिया। गणेश उत्सव हर्षोल्लास व श्रद्धाभाव के साथ 10 से 19 सितंबर तक मनाई जाएगी। शुभता एवं श्रेष्ठता के सृजक भगवान गणेश जी की स्थापना चित्रा नक्षत्र और स्वाति नक्षत्र में होगी। वहीं ब्रह्म योग, अनफा योग साक्षी रहेंगे। गणेश जी की पूजा करने से जातकों की कुंडली में बुध और केतु से उत्पन्न जड़त्व योग भी समाप्त होगा।
ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने बताया कि सालों बाद गणेश चतुर्थी पर सूर्य, बुध, शुक्र, शनि, अपनी अपनी राशि में रहेंगे। इस दिन चंद्रमा तुला राशि में शुक्र के साथ, सूर्य अपनी राशि सिंह में, बुध अपनी राशि कन्या में, शनि अपनी राशि मकर में और शुक्र अपनी राशि तुला में रहेंगे। यह चार ग्रह अपनी अपनी राशि में रहेंगे। गुरु कुंभ राशि में रहेंंगे तथा दो बड़े ग्रह गुरु और शनि वक्री रहेंगे। ऐसा योग 3 सितंबर 1962 के बाद बना है। वहीं शुक्र और चंद्रमा की तुला राशि में युति होने से गणेश चतुर्थी महिलाओं के लिए बहुत ही खास शुभ कारी रहने वाली होगी। ज्योतिष में शुक्र और चंद्रमा को महिला प्रधान ग्रह की संज्ञा दी गई है। भगवान गणेश रिद्धि-सिद्धि के दाता और शुभ-लाभ के प्रदाता हैं। ये अपने प्रिय भक्तों की हर बाधा, सकंट, रोग-दोष एवं दरिद्रता को दूर करते हैं। इन योगों में गणेश जी की पूजा आराधना उपासना करने से भक्तों को गणेश जी की अनुकूल कृपा मिलेगी।
तानसेन की साधना स्थली के गेट का लोकार्पणः संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट जाने वाले मार्ग पर हेरिटेज थीम पर स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रवेश द्वार बनाया गया है। प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह ने बुधवार को इस प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर की तर्ज पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। इससे बाहर से आने वाले मेहमानों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा । राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि स्मार्ट सिटी ने ग्वालियर-बेहट सड़क मार्ग पर मोहनपुर ग्राम से आगे फ्लाईओवर के समीप 22 लाख रुपये की लागत से नौ मीटर ऊंचाई एवं 15 मीटर चौड़ाई में हैरीटेज थीम पर प्रवेश द्वार का निर्माण कराया है। यह बड़ी उपलब्धि है। इस मौके पर स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह, एसडीएम पुष्पा पुषाम के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी थी।