Food culture of Gwalior: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में हेल्दी फूड कल्चर और लोगों को खाने के स्वाद के साथ ही उसकी डिटेलिंग बताने का नया ट्रेंड शुरू हुआ है। कई रेस्टोरेंट जहां हेल्दी फूड के रूप में डिशेज परोसने से पहले उसमें मौजूद कैलोरी से लेकर इनग्रीडिएंट्स की जानकारी मेन्यू में ही लिख रहे हैं। इसके अलावा आयली फूड आइटम्स को अब इनोवेशन कर एयर फ्राइड या बेक्ड रूप में परोसा जा रहा है। इसमें यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि नए तरीके से खाना तैयार करने पर उसके टेस्ट में कोई कमी न आए।
आमतौर पर बड़े शहरों के फाइव स्टार होटलों और लक्जरी रेस्टोरेंट में ही यह चलन चलता था, लेकिन अब यह शहर में भी शुरू हुआ है। कोई भी डिश बनाने में कौन-कौन सी सामग्रियों का उपयोग किया गया है। इसमें कौन-कौन से मसाले डाले गए हैं, यह भी अब ग्राहकों को बताया जा रहा है, ताकि वे अपनी पसंद के हिसाब से खाने का आनंद ले सकें। इसके साथ ही सेहत के प्रति जागरूक रहने वाले ग्राहकों को भी ये कांसेप्ट भा रहा है। हाल ही में सिटी सेंटर में शुरू हुए मसल विजन रेस्टोरेंट में एपेटाइजर्स से लेकर सलाद, फुल मील्स की डिशेज के साथ ही रोल्स, सैंडविच जैसे आइटम्स में कैलोरीज, प्रोटीन, कार्ब्स, फैट की जानकारी भी लिखी जा रही है।
प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में ज्यादा लोग जानते हैं, लेकिन ज्यादा ड्रिंक्स, शेक्स को मार्केट में प्लास्टिक के गिलास या बोतलों में परोसा जाता था। अब ग्राहकों की सेहत को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक के बजाय कांच की बोतलों को उपयोग किया जा रहा है। अलग-अलग फ्लेवर्स के फ्रूट्स, चाकलेट शेक्स को टेकअवे कांच की बोतलों में बेचा जाता है।
गोविंदपुरी में हाल ही में खोले गए संगत रेस्टोरेंट में भी लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए छोले-भटूरे की वैराइटी में इनोवेशन किया गया है। यहां ग्राहकों की पसंद के हिसाब से भटूरे की दो वैरायटी रखी गई हैं। इसके संचालक विनय हासवानी बताते हैं कि इस मेन्यू में एक डीप फ्राइड भटूरा है, जो सामान्य तौर पर मिलता है। इसके अलावा दूसरे आप्शन के तौर पर नान आयली के रूप से तवे पर भटूरा सेंककर ग्राहकों को दिया जाता है। यह वैरायटी स्वाद के शौकीन और सेहत का ख्याल रखने वाले लोगों को खासी पसंद है।