नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। शहर के बीचों बीच तारागंज में माफी औकाफ के रामजानकी मंदिर की सौ करोड़ की बेशकीमती जमीन को शनिवार को जिला प्रशासन ने मुक्त करा लिया। यहां बाउंड्रीवाल बनाकर प्लाट काटने की तैयारी चल रही थी और भू माफिया मनोहर लाल भल्ला ने यह पूरा षडयंत्र रचा था।
कुछ दिन पहले ही कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ इस जमीन का निरीक्षण किया था और केस दर्ज कराया थ। एसडीएम नरेंद्रबाबू यादव व तहसीलदार रमाशंकर सिंह की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की।
बता दें कि ग्राम कोटालशकर के शासकीय सर्वे क्रमांक 2701 लगायत 2708, 2716 लगायत 2734 व 2737 कुल 26 रकवा 1.829 लगभग (196875 वर्गफुट भूमि) लगभग 100 करोड़ की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।
उक्त भूमि शहर के बीचोंबीच तारागंज कोटालशकर स्थित भूमि श्री रामजानकी मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक कलेक्टर ग्वालियर की भूमि है जिसको भू माफिया मनोहरलाल भल्ला के द्वारा बाउंड्रीबाल कर प्लॉट बेचने की तैयारी की जा रही थी। प्रशासन ने समय पर कार्यवाही करके शासकीय भूमि को तो अतिक्रमण मुक्त किया ही है, साथ में कई भोले भाले लोगों को जालसाजी में फंसकर सरकारी भूमि की खरीद फरोख्त से बचाया है।
इस कार्यवाही में पटवारी इकबाल खान एवं राजस्व निरीक्षक प्रदीप मेहकाली की रिपोर्ट पर नायब तहसीलार डा रमाशंकर सिंह ने विधिवत 248 एमपीएलआरसी में प्रकरण दर्ज कर,आदेश पारित किया और मौके से अतिक्रमण हटा दिया है। इस अवसर पर एसडीएम लश्कर डॉ नरेंद्रबाबू यादव, तहसीलदार ग्वालियर शिवदत्त कटारे, नायब तहसीलदार लश्कर डा रमाशंकर सिंह, थाना प्रभारी विपेंद्र सिंह चौहान, मदाखलत अधिकारी केशव सिंह चौहान,राजस्व निरीक्षक प्रदीप महाकाली, राजस्व निरीक्षक रवि करैया, पटवारी इकबाल खान, संतोष शर्मा, रंधावा खत्री, प्रीति चौरसिया, धीरज बॉथम, रजनीश दोहरे, रॉकी गुर्जर, शशांक पचौरी, राकेश मिश्रा, पंकज कोसल, अमर सिंह कुशवाह, अजीत अग्रवाल एवं भारी पुलिस बल व नगर निगम मदाखलत अमला उपस्थित रहा।
रेलवे स्टेशन पर जारी काम को रफ्तार देने के लिए लंबे समय से ब्लाक मिलने का इंतजार था। शनिवार को जैसे ही तीन घंटे का ब्लाक मिला तो केपीसी कंपनी ने रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक पर तीन पिलरों को लांच कर दिया। इस काम को सुबह और दोपहर के समय किया गया।
सर्कुलेटिंग एरिया में मुख्य द्वार तक आने वाले रास्ते पर वाहनों को रोका गया, इसके बाद क्रेन की सहायता से पिलरों को उठाकर प्लेटफार्म तक पहुंचा गया है। इसके बाद इसे लांच किया गया। रेलवे अधिकारी भी इस दौरान प्लेटफार्म पर स्थिति पर नजर रखने के लिए मौजूद थे। वहीं प्लेटफार्म नंबर तीन और चार के बीच भी कंक्रीट के काम के चलते दोपहर में ब्लाक दिया गया।