ग्वालियर (नईदुनिया रिपोर्टर)। कोरोना से जुड़ीं जिज्ञासाओं और सुझावों को सीधे सरकार तक पहुंचाने के लिए शहर के युवा इंजीनियर कपिल गुप्ता ने वेब प्लेटफॉर्म तैयार किया है। जिसे उन्होंने रिपब्लिक इंडिया नाम दिया है। कुछ दिन पहले खाली पड़ी ट्रेनों के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का सुझाव भी इस प्लेटफॉर्म के जरिए स्वप्निल नाम के व्यक्ति ने भेजा था। जिसकी रिसीविंग स्वास्थ्य मंत्रालय ने की। खास बात है गत चार दिनों में रिपब्लिक इंडिया के जरिए कोरोना से जुड़े 12 हजार से अधिक सुझाव सरकार को भेजे जा चुके हैं। इस प्लेटफॉर्म से सिर्फ शहर या हिंदुस्तान केनहीं, बल्कि दुनियाभर में बसे भारतीय अपने सुझाव पहुंचा रहे हैं।
ट्रेन के डिब्बों को आइसोलेशन वॉर्ड बनाने का फैसला हाल ही में लिया गया है। स्वप्निल ने अपने सुझाव में बताया था कि ट्रेन में टॉयलेट, बिजली, पानी आदि की सभी व्यवस्थाएं होती हैं। ऐसे में चिकित्सकों को मरीजों का इलाज करने में अधिक परेशानी नहीं आएगी। इसके साथ ही हजारों प्रस्ताव रोजाना यहां से भेजे जा रहे हैं। कपिल ने बताया कि लोगों को सुझाव देना होता है तो पहले उन्हें केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्य सरकारों, स्वास्थ्य मंत्रालय आदि की वेबसाइट पर जाकर ईमेल आईडी सर्च करनी होती है। लेकिन रिपब्लिक इंडिया के जरिए सीधे एक बार में सभी राज्य सरकारों, प्रधानमंत्री कार्यालय और संबंधित विभागों तक अपनी आवाज पहुंचाई जा सती है। यहां कोरोना वायरस से जुड़े सभी महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर भी दिए गए हैं।
सुझाव देने के साथ बताना होता है उसे इंप्लीमेंट करने का तरीका
इस प्लेटफॉर्म पर बात रखने वाले को अपने सुझाव के साथ उसके फायदे और इंप्लीमेंट करने के तरीकों के बारे में भी लिखना होता है। रिपब्लिक इंडिया वेबसाइट पर कोरोना वायरस की एक अलग से लिंक बनी हुई है। इसे क्लिक करने पर सुझाव देने के पेज पर पहुंचते हैं। सुझाव लिखने के बाद बताना होता है कि यह समाज के लिए किस तरह से फायदेमंद है।
गूगल पर सरकारी वेबसाइट से पहले आ रहा रिपब्लिक इंडिया
गूगल पर जैसे ही कोई यूजर यह लिखता है कि सरकार को सुझाव देना चाहता है तो सरकारी वेबसाइट से पहले रिपब्लिक इंडिया का पेज खुलता है। यहां पर लिंक की रैंकिंग ट्रेंड के अनुसार होती है। रिपब्लिक इंडिया वेबसाइट का ऊपर आना बताता है कि यह अभी ट्रेंड कर रही है। सभी सुझावों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक कॉमन रिसीविंग भी दे रखी है।
2014 के आम चुनाव में किया था तैयार, भेजे 4 लाख से ज्यादा सुझाव
इस प्लेटफॉर्म को कपिल ने 2014 के आम चुनावों में तैयार किया था। कपिल ने बताया कि उनकी इच्छा थी नई सरकार उनके इस प्लेटफॉर्म लॉन्च करे। इसके लिए प्रधानमंत्री के नाम पत्र भी लिखा, लेकिन जवाब नहीं आने पर 2015 में इसे उन्होंने खुद खुद ही लॉन्च किया। इस प्लेटफॉर्म के जरिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सभी मुख्यमंत्री, राजनैतिक दलों आदि को अब तक 4 लाख से ज्यादा सुझाव भेजे जा चुके हैं।