नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। डबरा में गोली मारकर जसवंत सिंह की गिल की सात नवंबर को हत्या करने वाले खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला के शूटर नवजोत सिंह उर्फ नीटू और अनमोलप्रीत सिंह उर्फ विशाल फरीदकोट में छह दिन की रिमांड पर हैं। पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया है-अलग-अलग शहरों में चार टारगेट किलिंग और करनी थी। खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला के इशारे पर पंजाब में हुई हत्या का तो राजफाश हो गया है, लेकिन अभी जसवंत हत्याकांड से उसकी कड़ी पूरी तरह जुड़ना बाकी है।
हालांकि कनाडा के आंटेरिया शहर में अर्शदीप के पकड़े जाने की खबर है, उसी शहर में जसवंत की हत्या कराने वाले सतपाल सिंह की म्यूजिक कंपनी है और वह यहीं रहता है। तीसरा तथ्य सतपाल की ससुराल से जुड़ा है। यह तीनों बिंदु ऐसे हैं, जो खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप और सतपाल के बीच कनेक्शन की ओर इशारा करते हैं। इस पर पुलिस काम कर रही है। पंजाब के फरीदकोट में ग्वालियर पुलिस की एक टीम भी पहुंच गई है, जो शूटरों से पूछताछ करेगी। सोमवार को ग्वालियर के रहने वाले अजय कुमार और राहुल को जसवंत हत्याकांड में पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है।
अजय कुमार सतपाल का बचपन का दोस्त है। बचपन से साथ खेले और साथ में पढ़ाई की। भाई सुखविंदर की हत्या का बदला लेने के लिए सतपाल ने अपने बचपन के दोस्त अजय कुमार को भी मोहरे की तरह इस्तेमाल किया। शूटरों को अपना मेहमान बताया और इमरजेंसी में छोड़ने के लिए उसकी इनोवा ली। पुलिस अजय और राहुल की भूमिका की जांच कर रही है।
खालिस्तानी आतंकी और कनाडा जुड़ते ही खुफिया एजेंसियां अलर्ट खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला और कनाडा जुड़ते ही खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। खुफिया एजेंसियां अपने स्तर पर डबरा में हुए जसवंत हत्याकांड से जुड़े किरदारों के बारे में पड़ताल कर रही है।
दोनों शूटर अर्शदीप डल्ला के बिलकुल करीबी हैं। इसलिए ग्वालियर में जसवंत हत्याकांड से अर्शदीप का कनेक्शन जुड़ गया है। जीरकपुर में 18 अक्टूबर को इन्हीं शूटरों ने एक व्यापारी पर गोलीबारी कर वसूली की थी। अर्श डल्ला का पोस्टर लगाया था। ऐसा पता लगा है कि यह अर्श डल्ला के इशारे पर ही काम करते हैं, इसलिए इस बात की पूरी आशंका है- ग्वालियर हत्याकांड में भी उसका हाथ है।
जसवंत हत्याकांड के मुख्य किरदार सतपाल और जीता उर्फ हरजीत अब तक बेसुराग हैं। यह दोनों चचेरे भाई हैं और हत्याकांड की पूरी पटकथा यही रचते रहे। रैकी करने से लेकर शूटरों के होटल रुकने, पंजाब तक वापस ले जाने में इनकी प्रमुख भूमिका है। यही पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं।
मददगारों की सूची तैयार कुछ संदेही राउंड अप
पुलिस से मददगारों की सूची तैयार की है। कुछ संदेही राउंड अप भी हुए हैं। इनसे पूछताछ चल रही है।
इस वारदात में पुलिस को पता लगा है कि हत्या की साजिश रचने वाले सतपाल और शूटरों द्वारा विदेशी आइएमइआइ वाले फोन का इस्तेमाल किया गया। इससे पुलिस आसानी से इन तक न पहुंच सके।
जसवंत हत्याकांड में एक टीम पंजाब गई है। सतपाल ने अपने बचपन के दोस्त का इस्तेमाल मोहरे की तरह किया। अभी उससे पूछताछ चल रही है। मददगारों की सूची तैयार कर रहे हैं। सतपाल और रजविंदर से कनेक्शन स्थापित हो गया है। जो आरोपित फरार हैं, उन्हें पकड़ने के लिए टीम लगी हैं।
-धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्वालियर।