ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। सिर के बाल सफेद होना व झड़ना सभी उम्र के लोगों में हो रहा है। यह रोग तेजी से फैल रहा है जिसके शिकार 10 साल के बच्चे से लेकर युवा हो रहे हैं जबकि पहले यह बढ़ती उम्र के साथ ही बाल सफेद व झरते थे लेकिन अब यह किसी भी उम्र में होने लगा है। त्वचा रोग विशेषज्ञ डा अनुभव गर्ग कहते हैं कि यह बदलती जीवनशैली व मिलावटी खान पान से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते है। जिसके कारण शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की वजह से बाल सफेद व झरने लगते हैं।
इसके साथ ही सिर में होने वाली रुशी बाल झरने की बड़ी बजह है। असल में त्वचा में चिकनाई कम होने से शरीर अपनी खाल जल्दी जल्दी छोड़ने लगता है जिसके कारण रुशी जमा हो जाती है और बाल कमजोर होने लगते हैं। हालात यह हैं कि कम उम्र में ही लोग गंजे हो रहे हैं। लोग सरसों के तेल न लगाकर सुगंधित तेलों का उपयोग करते हैं जिनमें चिकनाई नहीं रहती और त्वचा सूखी रहती है । जबकि सरसाें का तेल बेहद उपयोगी है जिसका सेवन करने व शरीर पर लगाने में उपयोग करने से त्वचा ताजा बनी रहती है। सिर के बाल झड़ रहे हैं और सफेद हो रहे हैं ताे आंवला और करी पत्ते की मेहंदी लगाने से इन्हें रोका जा सकता है। आंवला में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है इसके साथ ही कई तरह के विटामिन व मिनरल और पोषक तत्व आवंला में मौजूद रहते हैं। आवंला का तेल का उपयोग बालों को कालापन रखने में मदद करता है। इसी तरह से करी पत्ता को उबालकर उसकी चटनी बनाकर मेंहदी की तरह से लेप करना बालों को मजबूती देता है और काले बनाकर रखता है। करी पत्ता का उपयोग करने से बालों को आवश्यक पोषक तत्व मिल जाते हैं जिसकी बजह से झडना बंद हो जाता है या कम हो जाता है। आवंला और करी पत्ता सिर के बालों के लिए बहुत उपयोगी है इसका इस्तेमाल जो लोग करते हैं उनका अनुभव यही बताता है कि झड़ते बालों को रोकन का यह घरेलु उपाय है जिसे सभी को अपनाना चाहिए।