Dindori News : डिंडौरी (नई दुनिया प्रतिनिधि)। पांच करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर जिम्मेदारों पर एफआइआर की मांग को लेकर जिला मुख्यालय में जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेस परस्ते की अगुवाई में बड़ा विरोध प्रदर्शन जारी है। 10 हजार से अधिक लोगों की भीड़ ने चारों तरफ से कलेक्ट्रेट को घेर लिया है। तीर कमान लेकर भी कुछ आदिवासी प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। सभी नारेबाजी करते हुए कलेक्टर से मिलने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। इस मामले में चार सदस्य जांच टीम कलेक्टर ने गठित की है। अभी मामला जांच में अटकी है। कार्यक्रम को वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश राजपाल ने भी संबोधित कर छात्रवृत्ति घोटाले पर सवाल उठाए।
जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते कहा कि जनजाति कार्य विभाग में तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के कार्यकाल में छात्रवृत्ति घोटाला तब हुआ जब कोरोना संकट गहराया था। लॉकडाउन के चलते विद्यार्थी परेशान थे। जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति न देकर राशि आपस में ही बांट ली। बता दें कि फरवरी 2019 से जनवरी 2021 के बीच छात्रवृत्ति के साथ स्काउट गाइड व रेडक्रॉस क्रीडा गतिविधियों की राशि का आहरण कर अनियमितता का मामला प्रारंभिक जांच में उजागर हो चुका है। इस मामले को लेकर विरोध लगातार किया जा रहा है। इसी के साथ विगत 2 वर्षों से छात्रों को गणवेश नहीं मिलने और संबंधित राशि छात्रों के खाते में डालने की मांग सहित जनजाति विभाग द्वारा फर्जी नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच की मांग भी की जा रही है। बोंदर में संचालित बनवासी सेवा मंडल विद्यालय व छात्रावास को शासन के अधीन करने की मांग भी इसमें शामिल है।
गौरतलब है कि छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़ा मामला सबसे पहले नई दुनिया में ही प्रकाशित करने के बाद इसे मुहिम बनाकर नई दुनिया ने छात्र-छात्राओं की आवाज बुलंद की है। इस मुहिम से जनप्रतिनिधि सहित आमजन भी जुड़े है।