Dindori News : डिंडौरी, नई दुनिया प्रतिनिधि। मिशनरी स्कूल जुनवानी में नाबालिग आदिवासी छात्राओं के साथ यौन शोषण का गंभीर मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग तक पहुंच गया है। नई दुनिया समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित इस मामले के समाचार को संज्ञान में लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक डिंडौरी को नोटिस जारी कर अब तक की गई इस मामले में कार्रवाई का विवरण तलब कर लिया है। आयोग द्वारा संविधान के अनुच्छेद 338 क के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस मामले की जांच करने का निर्णय भी लिया है। तीन दिन के अंदर इस मामले में अब तक की गई पूरी कार्रवाई का विवरण तलब किया गया है।
आयोग के उपनिदेशक के हस्ताक्षर से जारी नोटिस में यह स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि समय सीमा में उन्हें इस पूरे प्रकरण का जवाब नहीं मिला तो आयोग जिम्मेदारों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए समन भी जारी कर सकता है। गौरतलब है कि इस मामले को राष्ट्रीय बाल आयोग संरक्षण द्वारा भी संज्ञान में लेकर कार्रवाई कर रहा है।नईदुनिया द्वारा इस गंभीर मामले को प्रमुखता के साथ देशभर में प्रकाशित किया गया। इसी के चलते इस मामले में यौन शोषण के आरोपित स्कूल के पादरी सनी फादर, वार्डन सविता एक्का, प्राचार्य नान सिंह यादव और एक शिक्षक पर मामला दर्ज हुआ है। यद्यपि अभी भी इस मामले में दो प्रमुख आरोपित पादरी और वार्डन मामला दर्ज होने के एक पखवाड़े बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। दो आरोपित जिला जेल में बंद हैं।
मिशनरी सोसायटी के अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष पर भी धोखाधड़ी के साथ मतांतरण कराने सहित अन्य गंभीर आरोप की शिकायत मिलने पर समनापुर पुलिस ने धारा 420 के साथ किशोर न्याय अधिनियम की धाराओं के तहत एक और मामला दर्ज किया है।इस मामले में बयान दर्ज कराने की कार्रवाई भी चल रही है।गंभीर मामले के आरोपित मिशनरी सोसायटी के अध्यक्ष बिशप जिराल्ड अल्मोड़ा और कोषाध्यक्ष पादरी जगतराज को गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस प्रयास कर रही है। पत्र मिलते ही आनन-फानन में अब तक की गई कार्रवाई का विवरण और जवाब तैयार कराया जा रहा है।आयोग द्वारा नई दुनिया में प्रकाशित समाचार पत्र का उल्लेख करते हुए उसकी प्रति भी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को भेजी है।