Dengue in MP: धार, नईदुनिया प्रतिनिधि। इन दिनों वर्षा का मौसम चल रहा है। ऐसे में शहर सहित धार जिले भर में वायरल बुखार के साथ डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। डेंगू आए दिन ग्रामीण इलाकों में अपने पैर पसार रहा है। गत कुछ दिनों में डेंगू के 32 केस सामने आ चुके हैं। यह तो सरकारी आंकड़ा है। जबकि हकीकत में यह आंकड़ा बड़ा है।
डेंगू से पीड़ित लोगों का इंदौर भी ले जाकर स्वजन उपचार करवा रहे है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू से प्रभावित गांवों में जाकर लार्वा सर्वे करते हुए फागिंग मशीन से धुआं कराया जा रहा है। साथ ही घरों के बाहर पानी से भरे टैंक को भी खाली करवाया जा रहा है। परंतु आम लोगों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। सतर्कता से ही डेंगू से बचा जा सकता है।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में प्रतिदिन 800 से 900 लोग अपना उपचार करवाने पहुंच रहे हैं। इसमें से करीब 400 से 500 लोग सर्दी, जुकाम, बुखार के आ रहे हैं। वहीं निजी अस्पताल में भी बड़ी संख्या में मरीज अपना उपचार करवाने पहुंच रहे है। अस्पतालों में पैर रखने की जगह नहीं बन रही है। कई अस्पतालों के तो बिस्तर भी फूल हो चुके हैं। धार जिले के ग्रामीण इलाकों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मरीज के स्वजन इंदौर जा कर उपचार करवा रहे है।
पिछले पांच सालों के आंकड़ों की तरफ देखे तो 2018 में 12 मरीज डेंगू के मिले थे। 2019 में 42 केस सामने आए थे। 2020 में 81 लोग डेंगू से प्रभावित हुए थे। वहीं 2021 में जुलाई-अगस्त में डेंगू का कहर देखने को मिला था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 312 डेंगू के केस सामने आए थे। जबकि हकीकत में यह आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा था। 2022 में पूरे साल में 39 केस आए थे। वहीं 2023 में एक बार फिर डेंगू का कहर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। जुलाई-अगस्त में अब तक 32 केस डेंगू के सामने आ चुके हैं। इसमें सीतापाट, पाड़लिया सहित अन्य गांव में ज्यादा केस देखे जा रहे हैं।
धार जिला अस्पताल के विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू में प्लेटलेट्स की कमी की वजह से मरीज की मौत हो सकती है। वर्षा ऋतु में डेंगू जलजाम के कारण मच्छर के काटने से ज्यादा सामने आता हैं। डेंगू के बुखार को हल्के में ना लेकर गंभीरता से लें। अगर किसी को अचानक तेज बुखार आ जाए, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और थकान महसूस होना, जी मिचलाना, उल्टी आना, दस्त होना जैसे अगर लक्षण होते हैं तो तुरंत ही अस्पताल में आकार डाक्टर से मिले ताकि समय पर डेंगू का उपचार शुरू हो जाए।
धार जिले में डेंगू का खतर बड़ रहा है। परंतु अब तक जिला अस्पताल में डेंगू को लेकर वार्ड के लिए कोई प्लान तैयार नहीं किया गया है। 2021 में जब डेंगू का कहर बड़ा था तो इस दौरान अस्पताल में एक अलग से डेंगू के मरीजों को भर्ती करने के लिए वार्ड तैयार किया गया था।
परंतु इस बार अब तक अस्पताल प्रबंधक द्वारा इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया है। आगामी दिनों में अगर डेंगू के केस में बढ़ोतरी होती है और मरीजों को भर्ती करने की आवश्यकता पढ़ती है तो जिला अस्पताल में मरीजों का कहा भर्ती किया जाएगा इसकों लेकर फिलहाल कोई तैयारी नहीं है।
- फुल अस्तिन के कपड़े पहनें, जिससे मच्छर आपको शिकार नहीं बना सकें।
- घर में कहीं भी पानी जमा नहीं होने दें, गमलों एवं कूलर में जमा पानी को नियमित रूप से खाली करें।
- पानी की टंकियो को ढककर रखें, जिससे डेंगू का लार्वा नहीं पनप सके।
- मच्छर मारने वाली मेडिकल या घरेलू सामग्री का उपयोग करें, जिससे मच्छर आपके घर से दूर रहें।
- कबाड़ का सामान यदि घर पर जमा है तो उसे साफ कर दें, जिससे उसमें पानी जमा नहीं हो सके।
- बुखार या डेंगू से संबंधित लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डाक्टर के पास जाकर चेकअप कराएं।
- आसपास यदि कहीं पानी जमा है तो उसमें काला तेल या मिट्टी का तेल डाल दें।