श्रमिकों से भरा वाहन गड्ढे में उतरा
धार रोड से सीमेंट फैक्ट्री की ओर नहर वाले मार्ग पर गुरुवार सुबह मजदूरों से भरी पिकअप गा़ड़ी संतुलन बिगड़ने से पीछे की ओर खिसककर गड्ढे में जाकर रुक गई। इससे तीन-चार मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Thu, 08 Jul 2021 07:45:49 PM (IST)
Updated Date: Thu, 08 Jul 2021 07:45:49 PM (IST)
मनावर (नईदुनिया न्यूज)। धार रोड से सीमेंट फैक्ट्री की ओर नहर वाले मार्ग पर गुरुवार सुबह मजदूरों से भरी पिकअप गा़ड़ी संतुलन बिगड़ने से पीछे की ओर खिसककर गड्ढे में जाकर रुक गई। इससे तीन-चार मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं। जबकि पिकअप में भरे हुए 70 से 80 मजदूरों ने कूदकर जान बचाई।
टीआइ बृजेश कुमार मलवीय ने बताया कि फैक्ट्री की ओर जाने वाले नहर मार्ग पर मजदूरों से भरी हुई पिकअप असंतुलित होने से गड्ढे में उतर गई। कुछ मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं। टीआइ ने बताया कि उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थी कि प्रतिदिन धार रोड से सिंघाना मार्ग की ओर मजदूरों से ठसा-ठस भरी पिकअप प्रतिदिन निकलती हैं। उनके द्वारा ओवरलोड नियम के अंतर्गत ऐसे पिकअप वाहनों का चालान बनाए जा रहे हैं। इस संबंध में नईदुनिया ने आरटीओ, पुलिस तथा चाइल्ड लाइन को आगाह करता हुआ समाचार सात जुलाई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसी के बाद पुलिस ने मजदूरों से ठसा-ठस भरी हुई पिकअप वाहनों के चालान बनाना शुरू किए हैं।
प्रतिदिन मजदूरों से भरी पिकअप वाहन में बड़ी संख्या में नाबालिग लड़कियां-लड़के लटककर मजदूरी के लिए जाते हैं। सनमोड़, बागसुल, मोराड़, मुहाली, जलखां, टेमरिया, खंडलाई, साला आदि ग्रामों से संबंधित ठेकेदार मजदूरों को भरकर ले जाता है। मजदूरों को सिंघाना रोड होते हुए नर्मदा पट्टी के उन किसानों के यहां ले जाया जाता है, जिनके यहां खेतों में मजदूरों से काम लिया जाना है। इसी प्रकार ठसा-ठस भरी पिकअप वाहन चलनी लगी हैं, तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। यही वजह है कि ऐसे वाहनों पर रोक बहुत जरूरी है।